केंद्र सरकार ने ओडिशा कैडर की भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी सुजाता आर कार्तिकेयन के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के आवेदन को मंजूरी दी है। उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए वीआरएस के लिए आवेदन किया था। आईएएस कार्तिकेयन बीजद नेता और पूर्व सीएम पटनायक के सहयोगी वीके पांडियान की पत्नी हैं।पिछले साल चुनाव के दौरान भाजपा ने उन पर बीजद की एजेंट होने का आरोप लगाया था। इसके बाद चुनाव आयोग ने उनका स्थांनातरण कर दिया था। इसके बाद सत्ता में आई भाजपा ने उनके छुट्टी बढ़ाने के आवेदन को खारिज कर दिया था। माना जा रहा है कि आरोपों से बाद कार्तिकेयन ने वीआरएस लेने का फैसला लिया है। कार्तिकेयन अभी वित्त विभाग में विशेष सचिव के रूप में कार्यरत हैं।सुजाता कार्तिकेयन 2000 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। वह लेडी श्री राम कॉलेज से राजनीति विज्ञान में स्नातक और दिल्ली विश्वविद्यालय की टॉपर रही हैं। इसके अलावा उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय राजनीति में मास्टर डिग्री भी हासिल की है। ओडिशा में पूर्ववर्ती बीजद सरकार में उन्होंने खेल और शिक्षा क्षेत्र को बढ़ावा देते हुए कई काम किए।उन्होंने हाईस्कूल छात्रों के लिए साइकिल योजना शुरू करने के लिए जाना जाता है। माओवादी प्रभावित सुंदरगढ़ जिले में कलेक्टर रहने के दौरान स्कूलों में छात्राओं के नामांकन में सुधार लाने के लिए उन्होंने यह पहल की थी। बाद में इसे पूरे राज्य में लागू किया गया। उन्होंने राज्य में फुटबॉल और हॉकी के लिए छात्रावास बनवाए। 2006 में उन्होंने सुंदरगढ़ के सभी सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन योजना में अंडे शामिल करने की शुरुआत की। इसे बाद में पूरे राज्य में लागू किया गया। आईएएस कार्तिकेयन ने महिला सशक्तीकरण के लिए भी कई काम किए। वह कटक जिले की पहली महिला कलेक्टर बनी। इसके बाद समाज कल्याण की निदेशक रहते हुए उन्होंने मिशन शक्ति पहल शुरू की। इससे 70 लाख महिलाओं को जोड़ा गया। योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा मिला। पूरे राज्य में मिशन शक्ति बाजार स्थापित किए गए। इसका माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने दौरा किया।