भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर दुनिया भर में चिंता बढ़ती जा रही है। जी7 देशों के विदेश मंत्रियों और सिंगापुर ने दोनों देशों से अपील की है कि वे संयम बरतें और बातचीत के जरिए विवाद सुलझाएं। जी7 देशों — कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका — के विदेश मंत्रियों और यूरोपीय संघ ने एक साझा बयान जारी कर भारत के जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी।
जी7 ने अपने बयान में कहा, ‘हम भारत और पाकिस्तान से अपील करते हैं कि वे अधिकतम संयम बरतें। किसी भी तरह की और सैन्य कार्रवाई इस क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए गंभीर खतरा बन सकती है। हम दोनों देशों से तुरंत तनाव कम करने और शांति के लिए सीधी बातचीत करने का आग्रह करते हैं।’
इस बीच, सिंगापुर ने भी इस मुद्दे पर अपनी चिंता जाहिर की है। सिंगापुर के विदेश मंत्रालय (एमएफए) ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा, ‘हम भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे सैन्य टकराव को लेकर गंभीर रूप से चिंतित हैं। हम दोनों पक्षों से अपील करते हैं कि वे तनाव कम करें और बातचीत के जरिए समाधान निकालें। साथ ही, दोनों देशों में आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।’
वहीं सिंगापुर ने अपने नागरिकों को जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान की यात्रा न करने की सलाह दी है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ‘सिंगापुर के नागरिकों को भारत और पाकिस्तान के सीमा क्षेत्रों में खासतौर पर सतर्क रहना चाहिए और सुरक्षा के लिहाज से सभी जरूरी कदम उठाने चाहिए।’ सिंगापुर ने अपने नागरिकों से भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने, स्थानीय खबरों पर नजर रखने और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है।
बता दें कि, 22 अप्रैल के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों पर ‘सटीक हमले’ किए। इसके जवाब में पाकिस्तान ने गुरुवार और शुक्रवार की रात भारत के जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक 26 जगहों पर ड्रोन हमले किए। इससे दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है।