तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता कुणाल घोष ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तुलना नेताजी सुभाष चंद्र बोस से की है, जिस पर भारतीय जतना पार्टी (भाजपा) नेता अग्निमित्रा पॉल ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कुणाल घोष पर हमला करते हुए कहा कि वह यह सुनकर न केवल हैरान हैं, बल्कि स्तब्ध भी हैं कि जो व्यक्ति खुद को पत्रकार बताता है, वह ऐसा बयान कैसे दे सकता है। भाजपा नेता पॉल ने आगे कहा कि घोष ने नेताजी के प्रसिद्ध कथन, ‘तुम मुझे खून दो और मैं तुम्हें आजादी दूंगा’, से ममता बनर्जी की तुलना की है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने भी आजादी दी- दुष्कर्म कने की, जनता का पैसा लूटने की, बंगाल को नष्ट करने की और भ्रष्टाचार करने की।भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल ने कहा, ‘मुझे लगता है कि टीएमसी प्रवक्ता (कुणाल घोष) ने सीएम ममता बनर्जी की तुलना सुभाष चंद्र बोस से की है। नेताजी ने हमसे कहा था कि भारत के लोगों, ‘तुम मुझे खून दो और मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ और ममता बनर्जी ने भी हमें आजादी दी, दुष्कर्म करने की आजादी, जनता का पैसा लूटने की आजादी, बंगाल को बर्बाद करने की आजादी, भ्रष्टाचार करने की आजादी, टीएमसी के अनुसार भी यही बात है। हम न केवल हैरान हैं, बल्कि हम इस बात से स्तब्ध हैं कि एक व्यक्ति जो खुद को पत्रकार कहता है, वह ऐसा बयान कैसे दे सकता है…यही दोनों पार्टियों (टीएमसी और भाजपा) के बीच का अंतर है।’ पॉल ने कहा, ‘असम और त्रिपुरा में भी घुसपैठिए और आतंकवादी घुस रहे हैं, लेकिन बीएसएफ उन्हें पकड़ रही है और उन्हें छोड़ा नहीं जा रहा है। लेकिन, पश्चिम बंगाल में उन्हें जाने दिया जा रहा है। एक अंतर है, जब कोई घुसपैठिया पकड़ा जाता है, तो असम सरकार का प्रतिनिधि उनके लिए दस्तावेज नहीं बनाता है, लेकिन यहां टीएमसी नेता इन आतंकवादियों के दस्तावेज बनाते हैं। पुलिस इसमें शामिल है। इस फर्जी पासपोर्ट मामले में…पासपोर्ट का सत्यापन कौन करता है? पुलिस करती है और पुलिस मंत्री कौन है? वह ममता बनर्जी हैं।’