कांग्रेस चुनावी प्रक्रिया में लोगों के भरोसे को बढ़ाने के लिए वीवीपीएटी के व्यापक इस्तेमाल को लेकर अपना सियासी अभियान जारी रखेगी। पार्टी ने की ओर से यह प्रतिक्रिया तब सामने आई है, जब सर्वोच्च न्यायालय ने सुक्रवार को ईवीएम के जरिए डाले गए मतों के पूर्ण सत्यापन की मांग करने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस महाचिव जयराम रमेश ने कहा, वीवीपीएटी से जुड़ी जिस याचिका को आज शीर्ष अदालत ने खारिज किया, उसमें कांग्रेस प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पक्षकार नहीं थी। रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, हमने दो न्यायाधीशों की पीठ के फैसले का संज्ञान लिया है और चुनावी प्रक्रिया में जनता के भरोसे को बढ़ाने के लिए वीवीपीएटी के व्यापक इस्तेमाल पर हमारा राजनीतिक अभियान जारी रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उच्चतम न्यायालय के फैसले को कांग्रेस पर करारा तमाचा बताने पर रमेश ने कहा, जब शीर्ष अदालत उनकी चुनावी बॉन्ड योजना को रद्द किया तो भाजपा को करारा तमाचा लगा था। फिर भी प्रधानमंत्री कहते हैं कि वीवीपीएटी पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला विपक्ष पर करारा तमाचा है और हमें देश से माफी मांगनी चाहिए।