भारत ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में चीन पर परोक्ष रूप से निशाना साधा है। भारत ने उस पर अप्रत्यक्ष कटाक्ष करते हुए कहा कि सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध समितियों में प्रस्तावों पर लगाई गईं रोक एक प्रकार का ‘छिपा हुआ वीटो’ है और इसकी आड़ में पाकिस्तान स्थित वैश्विक आतंकियों को सूचीबद्ध करने जैसे मामलों पर परिषद के कुछ सदस्य देश कोई जिम्मेदारी नहीं लेंगे। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि एवं राजदूत रुचिरा कंबोज ने कहा, किसी भी संस्थान के काम करने के तरीकों को उसके सामने आने वाली चुनौतियों का जवाब देना चाहिए। साथ ही, बढ़ती हुई चुनौतियों का मुकाबला करने में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का रिकॉर्ड काफी निराशाजनक रहा है। कंबोज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) द्वारा ‘वीटो पहल- संयुक्त राष्ट्र प्रणाली को मजबूत करना’ प्रस्ताव को सर्वसम्मति से अपनाने की दूसरी वर्षगांठ के मौके पर महासभा में कहा, सुरक्षा परिषद ने वीटो को छिपाने के लिए अपने कामकाज के तरीके का उपयोग किया। उसने इस काम को अपनी समितियों की तदर्थ कार्य प्रणालियों के माध्यम से छिपाने का प्रयास किया, जो उसकी तरफ से काम तो करती है लेकिन उसकी जवाबदेही बहुत कम है।