दक्षिण सागर में फिलीपीन के साथ हुए हिंसक समुद्री संघर्षों के बीच अमेरिका-फिलीपीन में अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास शुरू हो गया। उधर, चीनी किंगदाओ शहर में विदेशी नौसैन्य अफसरों की बैठक में शीर्ष चीनी अधिकारी ने चेताया कि विवादित क्षेत्र में नाकाबंदी से बचें। चीन के दूसरे सर्वोच्च रैंकिंग वाले सैन्य अधिकारी झांग यूक्सिया ने कहा, समुद्र एक ऐसा क्षेत्र नहीं होना चाहिए जहां देश अपनी ‘गनबोट मांसपेशियों’ का प्रदर्शन करें। झांग ने कहा, चीन वार्ता से अन्य देशों के साथ समुद्री विवादों को सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है। विवादित क्षेत्र में शुरू युद्धाभ्यास के बीच झांग ने चेताया कि चीन अपना दुरुपयोग नहीं होने देगा। झांग ने धमकाया, जो लोग जानबूझकर दूसरों को उकसाते हैं, तनाव भड़काते हैं, या स्वार्थ के लिए दूसरे पक्ष के विरुद्ध एक पक्ष का समर्थन करते हैं, वे खुद को ही नुकसान पहुंचाएंगे। चीन ने इस संगोष्ठी को क्षेत्रीय हितों के विरोधी देशों के लिए विचारों के आदान-प्रदान का एक दुर्लभ अवसर बताया। बैठक में अमेरिकी प्रशांत बेड़े के कमांडर एडमिरल स्टीफन कोहलर ने भाग लिया। उनके अलावा फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, भारत, रूस और ब्रिटेन भी इसमें शामिल रहे। फोरम का सदस्य देश होने के बावजूद फिलीपीन इसमें शामिल नहीं हुआ। जापानी अधिकारी ने नौसेना से द्विपक्षीय वार्ता को अच्छा मौका बताया।