विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि इजरायल और ईरान के बीच तनाव वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि दुनिया के किसी भी दो देशों के बीच तनाव वैश्विक संकट का कारण बन सकता है। इस तरह के तनाव से तेल की कीमतें, खाद्य पदार्थों की कीमतें और मुद्रास्फीति में वृद्धि होगी। ऐसी सभी वैश्विक समस्याओं का समाधान विश्व बंधु की अवधारणा से ही हो सकता है।
वह इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) द्वारा आयोजित विश्व बंधु भारत नामक एक सत्र को संबोधित कर रहे थे। विदेश मंत्री ने कहा कि एक भारतीय जहाज ईरान में फंस गया है। इसमें 17 भारतीय नागरिक सवार हैं। उन्हें सुरक्षित वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उस क्षेत्र में लगभग 18 लाख भारतीय रह रहे हैं। उन्हें जल्द से जल्द निकालना हमारी जिम्मेदारी है। यूक्रेन में तनाव है, गाजा में युद्ध जारी है। हिंद प्रशांत क्षेत्र में स्थिति अशांत है। करीब 20 देश ऐसे हैं जो एक-दूसरे से बात नहीं करते। इन चुनौतियों का सामना करने के लिए एक परिपक्व नेतृत्व की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि इस स्थिति में एकतरफा ²ष्टिकोण मदद नहीं करेगा। यहां तक कि संयुक्त राष्ट्र भी इस संबंध में बहुत कुछ नहीं करता है। हालांकि, भारत ने ग्लोबल साउथ में अपनी आवाज उठाई है, हमने अपनी जी-20 अध्यक्षता के माध्यम से दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है।