रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी, 2022 को शुरू हुआ हिंसक संघर्ष दो साल से अधिक समय बीतने के बाद भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा घटनाक्रम में रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन ने जेपोरिझाझिया (Zaporizhzhia) परमाणु प्लांट पर ड्रोन से हमला किया है। अंतरराष्ट्रीय एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) ने इस हमले को बेहद घातक बताते हुए परमाणु केंद्र के समीप ड्रोन से हमले को खतरनाक कृत्य करार दिया। इस घटनाक्रम के बाद दोनों देशों के बीच तल्खी और बढ़ने की आशंका है। बता दें कि हाल ही में व्लादिमीर पुतिन एक बार फिर रूसी राष्ट्रपति चुने गए हैं। दूसरी तरफ राष्ट्रपति जेलेंस्की भी रूस के साथ हिंसक संघर्ष का डटकर मुकाबला कर रहे हैं। संयंत्र के रूसी प्रशासन ने कहा कि अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किस हथियार के जरिए हमला किया गया था। हालांकि रूसी स्वामित्व वाली परमाणु एजेंसी रोसाटॉम ने कहा कि यह परमाणु संयंत्र पर एक ड्रोन हमला था, जिसे 2022 में यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के तुरंत बाद रूसी सेना ने अपने कब्जे में ले लिया था। संयंत्र के अधिकारियों के अनुसार, विकिरण का स्तर सामान्य था और हमले के बाद कोई महत्वपूर्ण क्षति नहीं हुई। IAEA के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने दोनों पक्षों को परमाणु सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कार्यों से परहेज करने की चेतावनी दी है।