कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ के पार्टी छोड़ने के बाद भाजपा ने राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा का मानना है कि राहुल गांधी अपने विचारों को समझाने में असफल हो रहे हैं, जिस वजह से कांग्रेस नेताओं का पार्टी से मोहभंग हो रहा है। गौरव वल्लभ ने पार्टी छोड़ने से पहले कहा कि वह सनातन धर्म के खिलाफ नारेबाजी के लिए तैयार नहीं थे। गौरव वल्लभ ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अपना इस्तीफा पत्र सौंपा। उन्होंने अपनी चिट्ठी में कहा, “पार्टी जिस तरह से दिशाहीन चल रही है, इससे वह सहज महसूस नहीं कर रहे थे।” गौरव वल्लभ के इस्तीफे के बाद भाजपा कार्यालय में पार्टी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि वल्लभ की यह सोच मूल रूप से कांग्रेस नेता एके एंटनी की चिंता थी। 2014 में कांग्रेस की हार के बाद एंटनी ने एक ही धर्म के पक्ष में झुकाव को लेकर कांग्रेस को चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने 2014 में कांग्रेस की हार के बाद एक समिति की अध्यक्षता की थी। उन्होंने इस दौरान निष्कर्ष निकाला था कि कंग्रेस के हार का कारण एक ही धर्म के पक्ष में अधिक झुकाव था। वह यह कहना चाह रहे थे कि कांग्रेस को मुसलमनों के प्रति ज्यादा झुकाव है। एके एंटनी खुद एक अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं।”