Saturday, December 21, 2024

Top 5 This Week

Related Posts

आतंक का गढ़ बना पाकिस्तान: CRSS

पाकिस्तान में आतंकवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज (सीआरएसएस) की ताजा रिपोर्ट में चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं।  रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में 2024 की पहली तिमाही में आतंकवादी हमलों और आतंकवाद विरोधी अभियानों की कुल 245 घटनाएं हुई। इन हमलों और अभियानों में 432 लोगों की मौत हुई और 370 लोग घायल हो गए। सिर्फ तीन महीनों के भीतर 432 लोगों की मौत का ये आंकड़ा बताता है कि पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़ बन चुका है। खासतौर पर खैबर पख्तूनख्वा और अफगानिस्तान की सीमा से लगे बलूचिस्तान प्रांतों में बुरा हाल है। इन इलाकों में तीन महीनों में 90 प्रतिशत से ज्यादा मौतें हुई और 86 प्रतिशत हमले हुए। रिपोर्ट बताती है कि इन जगहों के मुकाबले पाकिस्तान के बाकी क्षेत्रों में माहौल अपेक्षाकृत शांत रहा। बाकी बचे क्षेत्रों में आठ प्रतिशत से कम मौतें हुई। पाकिस्तान में साल 2024 की पहली तिमाही मेंं सरकारी और निजी संपत्तियों को निशाना बनाने की 64 घटनाएं हुईं। साल 2024 की पहली तिमाही में बलूचिस्तान में हिंसा की घटनाओं में 96 प्रतिशत की आश्चर्यजनक वृद्धि देखने को मिली। 2023 की अंतिम तिमाही में बलूचिस्तान में कुल 91 मौतें हुई थी। इस साल यह संख्या बढ़कर 178 हो गई है। उधर सिंध क्षेत्र में भी हिंसा में लगभग 47 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। इस अवधि के दौरान गिलगित-बाल्टिस्तान में हिंसा में कमी देखने को मिली। पिछले साल यहां एक दशक में सबसे अधिक मौतें हुई, जिसमें 17 लोगों की जान चली गई। रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान में एक नया आतंकी संगठन उभरकर सामने आया है, जिसका नाम जाभात अंसार अल-महदी खुरासान (JAMK) नामक एक नया आतंकवादी समूह उभरा है।
31 मार्च, 2024 को खैबर पख्तूनख्वा के शांगला जिले में दासू बांध परियोजना पर काम कर रहे चीनी इंजीनियरों के आत्मघाती हमला किया गया था। इस हमले में पांच चीनी नागरिकों और एक स्थानीय चालक की मौत हो गई थी।

Popular Articles