नई दिल्ली/संवाददाता: उत्तर भारत में कड़ाके की शीतलहर और घने कोहरे ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। विजिबिलिटी (दृश्यता) शून्य होने के कारण हवाई, रेल और सड़क यातायात पर ब्रेक लग गया है। दिल्ली-NCR समेत पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में ठंड का टॉर्चर चरम पर है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि नए साल के स्वागत के दौरान भी राहत की उम्मीद कम है और ठिठुरन और बढ़ सकती है।
हवाई और रेल सफर पर ‘ब्रेक’
घने कोहरे का सबसे बुरा असर लंबी दूरी की यात्राओं पर पड़ा है। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर विजिबिलिटी कम होने की वजह से दर्जनों उड़ानों ने देरी से उड़ान भरी, जबकि कई फ्लाइट्स को डायवर्ट या कैंसिल करना पड़ा।
- रेलवे की स्थिति: उत्तर रेलवे की ओर से जारी जानकारी के अनुसार, राजधानी और शताब्दी समेत 50 से अधिक ट्रेनें 4 से 10 घंटे की देरी से चल रही हैं।
- सड़क यातायात: नेशनल हाईवे पर वाहन रेंगते नजर आए। कोहरे के कारण कई जगहों पर छोटे-बड़े सड़क हादसों की भी खबरें मिली हैं।
नए साल पर कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, हिमालयी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी के चलते मैदानी इलाकों में ठंडी हवाएं चल रही हैं।
- शीतलहर का अलर्ट: 31 दिसंबर और 1 जनवरी को दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा के कुछ हिस्सों में ‘सीवियर कोल्ड डे’ की स्थिति बनी रह सकती है।
- न्यूनतम तापमान: आने वाले दो दिनों में पारा 3°C से 4°C तक गिरने का अनुमान है।
- कोहरा: सुबह और देर रात के समय ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है, जिसका मतलब है कि घना कोहरा छाया रहेगा।
प्रशासन की तैयारियां और एडवाइजरी
बढ़ती ठंड को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने रैन बसेरों में पुख्ता इंतजाम किए हैं। सड़कों पर अलाव की व्यवस्था की जा रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बुजुर्गों और बच्चों को सुबह की सैर से बचने और घर के भीतर रहने की सलाह दी है।
मौसम वैज्ञानिक का बयान: “पहाड़ों से आने वाली बर्फीली हवाओं और नमी के कारण मैदानी इलाकों में कोहरा घना हो गया है। अगले 72 घंटों तक राहत के आसार नहीं हैं। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे घर से निकलने से पहले अपनी फ्लाइट या ट्रेन का स्टेटस जरूर चेक कर लें।”





