देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और जन-कल्याणकारी योजनाओं को गति देने की दिशा में एक बड़ा निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जारी विकास कार्यों और नई परियोजनाओं के लिए 167 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है। इस भारी-भरकम राशि के आवंटन से सड़क, पेयजल, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में चल रहे कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है।
किन क्षेत्रों पर रहेगा मुख्य फोकस?
मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, इस धनराशि का उपयोग मुख्य रूप से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के संतुलित विकास के लिए किया जाएगा।
- सड़क और सेतु निर्माण: स्वीकृत राशि का एक बड़ा हिस्सा दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्रों में सड़कों के सुदृढ़ीकरण और नए पुलों के निर्माण पर खर्च होगा, जिससे आवाजाही सुगम हो सके।
- पेयजल योजनाएं: जल जीवन मिशन के तहत अधूरी पड़ी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए भी बजट आवंटित किया गया है।
- शहरी सौंदर्यीकरण: विभिन्न नगर निकायों में ड्रेनेज सिस्टम और लाइटिंग जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए भी धनराशि जारी की गई है।
‘विकास को लगेंगे पंख’: मुख्यमंत्री का विजन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार ‘विकसित उत्तराखंड’ के लक्ष्य की ओर तेजी से कदम बढ़ा रही है। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि स्वीकृत धनराशि का उपयोग गुणवत्ता के साथ और तय समय सीमा के भीतर किया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
प्रमुख जिलों को मिलेगी राहत
यह बजट आवंटन राज्य के विभिन्न जिलों की विशिष्ट आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर किया गया है। इसमें विशेष रूप से उन क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई है जहाँ आपदा के कारण बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुँचा था या जहाँ लंबे समय से नई सड़कों की मांग की जा रही थी।
स्थानीय स्तर पर रोजगार की उम्मीद
167 करोड़ रुपये के इन विकास कार्यों के शुरू होने से स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। निर्माण कार्यों में स्थानीय श्रमिकों और छोटे ठेकेदारों की भागीदारी बढ़ने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलने की संभावना है।
एक नज़र में बजट आवंटन (संभावित प्रभाव)
| क्षेत्र | अपेक्षित सुधार |
| परिवहन | नई सड़कों और पुलों से कनेक्टिविटी बेहतर होगी। |
| कृषि | बेहतर सड़कों से किसानों को मंडी तक पहुँचने में आसानी होगी। |
| पर्यटन | बुनियादी ढांचा सुधरने से पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की संख्या बढ़ेगी। |





