देहरादून/जोशीमठ। नए साल (2026) के स्वागत और पहाड़ों पर बर्फबारी का दीदार करने की चाहत में देशभर से पर्यटक उत्तराखंड की ओर रुख कर रहे हैं। राज्य के प्रमुख हिल स्टेशनों पर पर्यटकों का भारी हुजूम उमड़ पड़ा है। विशेष रूप से विश्व प्रसिद्ध हिम क्रीड़ा केंद्र औली में सैलानियों की इतनी भारी संख्या पहुँच गई है कि वहां वाहनों का रेला लग गया है, जिससे व्यवस्थाएं संभालना प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है।
बर्फबारी की आस ने खींचे पर्यटक
मौसम विभाग द्वारा ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी की संभावना जताए जाने के बाद सैलानियों का उत्साह चरम पर है। नैनीताल, मसूरी, धनोल्टी और चकराता जैसे क्षेत्रों में भी पर्यटकों की आमद तेजी से बढ़ी है। पर्यटकों को उम्मीद है कि नए साल की पूर्व संध्या पर ‘व्हाइट न्यू ईयर’ का सपना पूरा होगा।
औली में जाम और ‘हाउसफुल’ के हालात
- वाहनों का लंबा रेला: जोशीमठ से औली जाने वाले मार्ग पर वाहनों का भारी दबाव देखा जा रहा है। संकरे रास्तों और अत्यधिक भीड़ के कारण कई स्थानों पर लंबा जाम लग रहा है, जिससे सैलानियों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
- होटल और लॉज पैक: औली और जोशीमठ के लगभग सभी होटल, रिसॉर्ट और होमस्टे पूरी तरह से बुक हो चुके हैं। स्थानीय व्यापारियों के अनुसार, नए साल के जश्न के लिए पर्यटकों ने हफ्तों पहले ही एडवांस बुकिंग करा ली थी।
- स्कीइंग का आकर्षण: बर्फबारी की उम्मीद के बीच सैलानी औली की ढलानों पर स्कीइंग और चेयर लिफ्ट का आनंद लेने के लिए भी काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं।
प्रशासन की तैयारी और सुरक्षा व्यवस्था
भीड़ के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। हुड़दंग रोकने और यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
“पर्यटकों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। औली और अन्य संवेदनशील पर्यटन स्थलों पर यातायात प्रबंधन के लिए विशेष रूट चार्ट लागू किया गया है।” — स्थानीय पुलिस प्रशासन
चारधाम रूट पर भी बढ़ी हलचल
केवल हिल स्टेशन ही नहीं, बल्कि ऋषिकेश और हरिद्वार जैसे क्षेत्रों में भी नए साल के उपलक्ष्य में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। गंगा आरती और रिवर राफ्टिंग के लिए भी भारी बुकिंग देखी जा रही है।





