Friday, December 26, 2025

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उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का सितम: कश्मीर में पारा -4°C के पार, दिल्ली-NCR में कोहरे ने थामी रफ्तार, पहाड़ों पर भारी बर्फबारी का अलर्ट

नई दिल्ली/श्रीनगर: समूचा उत्तर भारत इस समय भीषण शीतलहर और कड़ाके की ठंड की चपेट में है। हिमालयी क्षेत्रों से आ रही बर्फीली हवाओं ने मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ा दी है। कश्मीर घाटी में न्यूनतम तापमान शून्य से 4 डिग्री सेल्सियस नीचे जा पहुँचा है, जिससे वहां की प्रसिद्ध डल झील समेत कई जल निकाय जमने लगे हैं। वहीं, दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे के कारण दृश्यता (Visibility) कम हो गई है, जिसका सीधा असर सड़क और रेल यातायात की रफ्तार पर पड़ा है।

कश्मीर में ‘चिल्लई कलां’ का असर: जमने लगीं झीलें

कश्मीर में 40 दिनों की सबसे कठोर ठंड की अवधि, जिसे ‘चिल्लई कलां’ कहा जाता है, अपना रंग दिखा रही है। श्रीनगर में तापमान -4°C दर्ज किया गया, जबकि पहलगाम और गुलमर्ग जैसे पर्यटन स्थलों में पारा -6°C से -8°C के बीच बना हुआ है। अत्यधिक ठंड के कारण सुबह के समय पानी के पाइपों में बर्फ जमने से जलापूर्ति बाधित हो रही है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में ऊंचे पहाड़ी इलाकों में मध्यम से भारी बर्फबारी की चेतावनी जारी की है।

दिल्ली-NCR में कोहरे का कहर: यातायात प्रभावित

राजधानी दिल्ली और आसपास के शहरों (नोएडा, गुरुग्राम, गाबाद) में आज सुबह घना कोहरा छाया रहा। पालम और सफदरजंग मौसम केंद्रों पर दृश्यता 50 मीटर से भी कम दर्ज की गई।

  • सड़क यातायात: कोहरे के कारण दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रेसवे पर वाहनों की गति बेहद धीमी रही।
  • रेल और हवाई सेवा: कम दृश्यता के कारण दिल्ली आने वाली लगभग 15-20 ट्रेनें अपने निर्धारित समय से 2 से 5 घंटे की देरी से चल रही हैं। हवाई अड्डों पर भी उड़ानों के संचालन में सावधानी बरती जा रही है और यात्रियों को समय पर अपडेट लेने की सलाह दी गई है।

पहाड़ों पर बर्फबारी का ‘ऑरेंज अलर्ट’

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के लिए बर्फबारी का ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के सक्रिय होने के कारण केदारनाथ, बद्रीनाथ, मनाली और शिमला जैसे क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी की संभावना है। प्रशासन ने पर्यटकों को ऊंचाई वाले स्थानों पर जाने से बचने और केवल पंजीकृत वाहनों का ही उपयोग करने के निर्देश दिए हैं।

स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी

बढ़ती ठंड और कोहरे को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बच्चों और बुजुर्गों को सुबह-शाम बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है। कोहरे के साथ प्रदूषण के कणों के मिलने से ‘स्मॉग’ की स्थिति बन रही है, जो सांस के मरीजों के लिए घातक हो सकती है। विभिन्न राज्यों में प्रशासन ने रैन बसेरों की संख्या बढ़ाने और अलाव जलाने के निर्देश दिए हैं ताकि बेघर लोगों को राहत मिल सके।

मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले एक सप्ताह तक ठंड से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है और शीतलहर का प्रकोप जारी रहेगा।

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