Wednesday, December 24, 2025

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अमेरिका में इमिग्रेशन विभाग की बड़ी कार्रवाई: अवैध रूप से रह रहे 30 भारतीय गिरफ्तार

वॉशिंगटन/न्यूयॉर्क। अमेरिका के आव्रजन और सीमा प्रवर्तन विभाग (ICE) ने एक विशेष अभियान के तहत 30 भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया है। ये सभी नागरिक अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे थे और बिना वैध वीजा के वहां काम कर रहे थे। इस मामले ने अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों को इसलिए चौंका दिया है क्योंकि इन सभी आरोपियों के पास ‘कमर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस’ (CDL) बरामद हुए हैं, जो आमतौर पर केवल वैध निवासियों को ही जारी किए जाते हैं।

जांच में हुआ बड़ा खुलासा

यह कार्रवाई तब शुरू हुई जब सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिला कि कुछ लोग फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारी वाहन (ट्रक और ट्रेलर) चलाने का लाइसेंस प्राप्त कर रहे हैं।

  • पंजीकरण में धांधली: शुरुआती जांच में पता चला है कि इन भारतीयों ने कथित तौर पर फर्जी पते और जाली दस्तावेजों का उपयोग करके अलग-अलग राज्यों से कमर्शियल लाइसेंस बनवाए थे।
  • सुरक्षा पर सवाल: अमेरिकी अधिकारियों के लिए चिंता का विषय यह है कि बिना वैध नागरिकता या वर्क परमिट के इन लोगों ने ‘कमर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस’ कैसे हासिल कर लिया, क्योंकि इससे वे पूरे देश में बड़े मालवाहक वाहनों तक पहुंच बना सकते थे।

गिरफ्तारी का घटनाक्रम

छापेमारी की यह कार्रवाई अमेरिका के विभिन्न राज्यों में एक साथ की गई। गिरफ्तार किए गए लोगों में से अधिकांश युवा हैं जो बेहतर भविष्य की तलाश में ‘डंकी’ रूट (अवैध रास्ता) या टूरिस्ट वीजा की अवधि खत्म होने के बाद वहीं रुक गए थे।

  1. लोकेशन: गिरफ्तारियां मुख्य रूप से उन राज्यों से हुई हैं जहां लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्टेशन का काम बड़े पैमाने पर होता है।
  2. काम की तलाश: ये सभी लोग वहां ट्रक ड्राइवरों के रूप में काम कर रहे थे और मोटी कमाई कर रहे थे।
  3. कानूनी प्रक्रिया: सभी 30 भारतीयों को हिरासत में लेकर डिटेंशन सेंटर भेज दिया गया है, जहां से उन्हें भारत डिपोर्ट (निर्वासित) करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

डिपोर्टेशन की तैयारी

अमेरिकी अधिकारियों ने भारतीय दूतावास को इस संबंध में सूचित कर दिया है। अब इनकी पहचान की पुष्टि के बाद इन्हें विशेष चार्टर्ड विमान या नियमित उड़ानों के जरिए वापस भारत भेजा जाएगा।

“अवैध रूप से सीमा पार करने या वीजा की शर्तों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस नीति है। कमर्शियल लाइसेंस का अवैध रूप से प्राप्त किया जाना एक गंभीर सुरक्षा चूक है, जिसकी हम गहराई से जांच कर रहे हैं।” — अमेरिकी आव्रजन अधिकारी

बढ़ता अवैध प्रवास एक चुनौती

पिछले कुछ वर्षों में भारत से अमेरिका अवैध रूप से जाने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। लोग लाखों रुपये एजेंटों को देकर मेक्सिको या कनाडा की सीमा से घुसपैठ की कोशिश करते हैं। इस तरह की गिरफ्तारियां उन लोगों के लिए एक चेतावनी हैं जो गैर-कानूनी तरीके से विदेश में बसने का सपना देखते हैं।

आगे की कार्यवाही

पुलिस अब उन एजेंटों और बिचौलियों की तलाश कर रही है जिन्होंने इन लोगों को फर्जी दस्तावेज तैयार करने और कमर्शियल लाइसेंस दिलाने में मदद की थी। इस मामले में कुछ स्थानीय अमेरिकी नागरिकों की संलिप्तता की भी आशंका जताई जा रही है।

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