बाड़मेर: राजस्थान के बाड़मेर जिले में पिछले कुछ दिनों से जिला प्रशासन और छात्र संगठनों के बीच चल रहा तनाव अब खुलकर सामने आ गया है। छात्र नेताओं द्वारा IAS टीना डाबी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने और उन्हें ‘रील स्टार’ कहने के बाद हुई गिरफ्तारियों ने राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। इस मामले में कलेक्टर टीना डाबी ने स्पष्ट किया है कि प्रशासन की कार्रवाई कानून के दायरे में है।
विवाद की जड़: क्या है पूरा मामला?
- छात्रों का प्रदर्शन: जिले की विभिन्न समस्याओं और छात्र हितों की मांगों को लेकर कुछ छात्र नेता कलेक्ट्रेट के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
- ‘रील स्टार’ की टिप्पणी: प्रदर्शन के दौरान कुछ छात्रों ने टीना डाबी की सोशल मीडिया सक्रियता पर कटाक्ष करते हुए उन्हें ‘रील स्टार’ कह दिया और आरोप लगाया कि प्रशासन का ध्यान काम से ज्यादा पब्लिसिटी पर है।
- पुलिस की कार्रवाई: इस टिप्पणी और विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने की आशंका के बीच पुलिस ने कुछ प्रमुख छात्र नेताओं को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
कलेक्टर टीना डाबी ने क्या कहा?
सोशल मीडिया पर ‘रील स्टार’ कहे जाने और छात्रों की गिरफ्तारी के आरोपों पर चुप्पी तोड़ते हुए जिला कलेक्टर ने निम्नलिखित बातें कहीं:
- कानून का पालन: कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि गिरफ्तारियां किसी व्यक्तिगत टिप्पणी के कारण नहीं, बल्कि सरकारी कार्य में बाधा डालने और कानून-व्यवस्था बिगाड़ने के प्रयास के कारण की गई हैं।
- अभिव्यक्ति की मर्यादा: उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध का अधिकार सबको है, लेकिन इसकी एक मर्यादा होती है। अधिकारियों के प्रति व्यक्तिगत अभद्रता और प्रशासनिक परिसर में अशांति फैलाना स्वीकार्य नहीं है।
- विकास कार्यों पर ध्यान: उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रशासन का पूरा ध्यान बाड़मेर के विकास, स्वच्छता अभियान (नवो बाड़मेर) और आमजन की समस्याओं के निस्तारण पर है।
सोशल मीडिया बनाम प्रशासनिक छवि
IAS टीना डाबी भारत की सबसे चर्चित महिला अधिकारियों में से एक हैं और इंस्टाग्राम पर उनके लाखों फॉलोअर्स हैं। आलोचकों का तर्क है कि उनकी “ग्लैमरस” छवि असल प्रशासनिक कार्यों पर भारी पड़ती है, जबकि उनके समर्थकों का कहना है कि वे युवाओं के लिए प्रेरणा हैं और सोशल मीडिया का उपयोग जन-जागरूकता के लिए करती हैं।
विपक्ष और छात्र संगठनों का रुख
छात्र नेताओं की गिरफ्तारी के बाद स्थानीय विपक्ष और छात्र संगठनों ने इसे “लोकतंत्र की हत्या” करार दिया है। उनका कहना है कि कलेक्टर अपनी आलोचना बर्दाश्त नहीं कर पा रही हैं और सत्ता का दुरुपयोग कर रही हैं। क्षेत्र में अभी भी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है और पुलिस बल तैनात है।





