Tuesday, December 23, 2025

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पश्चिम बंगाल में बड़ी कार्रवाई: नकली आधार कार्ड के साथ दो बांग्लादेशी गिरफ्तार, सीमा पार करने का खुला सनसनीखेज राज

कोलकाता/बशीरहाट: पश्चिम बंगाल में सुरक्षा एजेंसियों और स्थानीय पुलिस ने एक संयुक्त अभियान के दौरान दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है, जो अवैध रूप से भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे। चौंकाने वाली बात यह है कि इन घुसपैठियों के पास से फर्जी भारतीय आधार कार्ड बरामद किए गए हैं। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि ये दोनों एक सुनियोजित नेटवर्क की मदद से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत पहुंचे थे।

कैसे पकड़े गए संदिग्ध?

पुलिस के अनुसार, यह गिरफ्तारी उत्तर 24 परगना जिले के सीमावर्ती इलाके में हुई। गश्त के दौरान सुरक्षा बलों को दो युवकों की गतिविधियों पर संदेह हुआ।

  • पहचान का संकट: जब उनसे पूछताछ की गई, तो उन्होंने खुद को भारतीय नागरिक बताया और आधार कार्ड पेश किए।
  • तकनीकी जांच में खुलासा: सुरक्षा बलों को आधार कार्ड की छपाई और विवरण पर संदेह हुआ। गहन जांच और कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे मूल रूप से बांग्लादेश के रहने वाले हैं और उन्होंने ये दस्तावेज भारत में प्रवेश करने के बाद बनवाए थे।
  • दलाल का नेटवर्क: आरोपियों ने बताया कि उन्होंने सीमा पार करने और इन फर्जी दस्तावेजों को हासिल करने के लिए ‘एजेंटों’ या दलालों को मोटी रकम दी थी।

घुसपैठ का तरीका: ऐसे हुए भारत में दाखिल

पूछताछ के दौरान आरोपियों ने सीमा पार करने के जिस तरीके का खुलासा किया, उसने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं:

  1. नदी मार्ग का उपयोग: उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने सीमा पर बाड़ (Fencing) के बजाय नदी और दलदली इलाकों वाले ‘कच्चे रास्तों’ का इस्तेमाल किया, जहाँ सुरक्षा बलों की आवाजाही तुलनात्मक रूप से कठिन होती है।
  2. दलालों की मदद: सीमा के दोनों ओर सक्रिय मानव तस्करों (Human Traffickers) ने उन्हें अंधेरे का फायदा उठाकर भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कराया।
  3. फर्जी दस्तावेजों की व्यवस्था: भारत में प्रवेश करते ही, उन्हें पहले से तैयार फर्जी आधार कार्ड और अन्य पहचान पत्र मुहैया कराए गए, ताकि वे स्थानीय आबादी में आसानी से घुल-मिल सकें और जांच से बच सकें।

सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती

फर्जी आधार कार्ड का मिलना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा माना जा रहा है। पुलिस अब उन ‘फर्जी सेंटरों’ और दलालों की तलाश कर रही है जो इन घुसपैठियों के लिए दस्तावेज तैयार कर रहे हैं।

  • प्रेस नोट: पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों के खिलाफ ‘विदेशी अधिनियम’ (Foreigners Act) और धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
  • अलर्ट जारी: सीमावर्ती इलाकों में पुलिस और BSF ने अपनी निगरानी और तेज कर दी है। संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ा जा सके।

“यह केवल अवैध घुसपैठ का मामला नहीं है, बल्कि देश के पहचान तंत्र (Identification System) के साथ खिलवाड़ है। हम उन मास्टरमाइंडों तक पहुँचने की कोशिश कर रहे हैं जो इन जाली दस्तावेजों के पीछे हैं।” — वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, पश्चिम बंगाल

आगे की कार्रवाई

आरोपियों को स्थानीय अदालत में पेश किया गया है, जहाँ से उन्हें पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। खुफिया विभाग अब उनके मोबाइल फोन के कॉल रिकॉर्ड्स और व्हाट्सएप चैट को खंगाल रही है ताकि उनके स्थानीय संपर्कों का पता लगाया जा सके।

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