नई दिल्ली/मुंबई: एयर इंडिया के एक यात्री विमान में उड़ान के दौरान अचानक आई तकनीकी खराबी के कारण उसे आपातकालीन स्थिति (इमरजेंसी) में सुरक्षित उतारा गया। यह घटना उस समय हुई जब विमान अपने निर्धारित मार्ग पर था और पायलटों ने इंजन/विमान के महत्वपूर्ण हिस्से में कुछ असामान्य संकेत देखे। सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए पायलटों ने तुरंत नजदीकी हवाई अड्डे के एटीसी (Air Traffic Control) से संपर्क किया और विमान को सुरक्षित उतारने का निर्णय लिया।
प्रमुख बिंदु:
- विमान की पहचान और रूट: जानकारी के अनुसार, एयर इंडिया की इस उड़ान ने अपने निर्धारित समय पर उड़ान भरी थी, लेकिन कुछ ही मिनटों बाद विमान में तकनीकी गड़बड़ी की सूचना मिली।
- पायलटों की सूझबूझ: जैसे ही कॉकपिट में चेतावनी का संकेत मिला, पायलटों ने मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का पालन किया। उन्होंने तुरंत स्थानीय हवाई अड्डे पर ‘पूर्ण आपातकाल’ (Full Emergency) की घोषणा करवाई।
- हवाई अड्डे पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम: इमरजेंसी लैंडिंग की सूचना मिलते ही हवाई अड्डे पर दमकल की गाड़ियाँ, एम्बुलेंस और सुरक्षा बलों को रनवे के पास तैनात कर दिया गया। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए एयरपोर्ट प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा।
- यात्रियों की सुरक्षा: विमान में सवार सभी यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। लैंडिंग के दौरान कोई भी घायल नहीं हुआ, हालांकि हवा में तकनीकी खराबी की खबर से यात्रियों के बीच कुछ समय के लिए डर का माहौल बन गया था।
- एयरलाइन का बयान: एयर इंडिया के प्रवक्ता ने पुष्टि की है कि यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रभावित यात्रियों के लिए वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की जा रही है ताकि वे अपने गंतव्य तक पहुँच सकें।
- जांच के आदेश: नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस घटना का संज्ञान लिया है और तकनीकी खराबी के कारणों की विस्तृत जांच के आदेश दिए गए हैं।
इस घटना ने एक बार फिर विमानन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों और पायलटों के प्रशिक्षण के महत्व को रेखांकित किया है। गनीमत रही कि पायलटों की त्वरित कार्रवाई से एक बड़ा हादसा टल गया।





