चंडीगढ़/लुधियाना: पंजाब में भीषण ठंड के साथ गिर रहे घने कोहरे ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के विभिन्न हिस्सों में शून्य दृश्यता (Zero Visibility) के कारण हुए सड़क हादसों में एक पुलिस अधिकारी सहित तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मौसम विभाग ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आज भी पूरे प्रदेश में घने कोहरे का ‘यलो अलर्ट’ जारी किया है, जिससे आने वाले घंटों में यात्रा करना जोखिम भरा हो सकता है।
हादसे का विवरण: ड्यूटी पर तैनात अधिकारी की मौत
- पुलिस विभाग में शोक: सबसे दुखद हादसा फिरोजपुर रोड पर हुआ, जहाँ घने कोहरे के कारण एक वाहन की चपेट में आने से एडिशनल एसएचओ (SHO) की मौत हो गई। वे ड्यूटी के सिलसिले में बाहर निकले थे, लेकिन धुंध के कारण वाहन चालक उन्हें देख नहीं पाया।
- अन्य दुर्घटनाएं: अमृतसर और बठिंडा क्षेत्रों से भी दो अन्य मौतों की खबरें आई हैं, जहाँ वाहन अनियंत्रित होकर डिवाइडर या खड़े ट्रकों से जा टकराए। इन हादसों में कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
- यातायात पर असर: कोहरे के कारण नेशनल हाईवे पर गाड़ियों की रफ्तार थम गई है। लुधियाना, जालंधर और पटियाला जैसे शहरों में दृश्यता 10 मीटर से भी कम दर्ज की गई, जिससे लंबी दूरी की बसें और ट्रेनें अपने निर्धारित समय से कई घंटे देरी से चल रही हैं।
प्रशासन की चेतावनी और बचाव के उपाय
पंजाब पुलिस और ट्रैफिक विभाग ने एडवाइजरी जारी कर लोगों से अपील की है कि वे बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें। वाहन चलाते समय ‘फॉग लाइट्स’ और ‘इंडिकेटर्स’ का निरंतर प्रयोग करें और गति सीमा का विशेष ध्यान रखें। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि हिमालयी क्षेत्रों से आ रही ठंडी हवाओं के कारण अगले दो-तीन दिनों तक कोहरे की यह चादर और भी घनी हो सकती है।





