भारत और अमेरिका के बीच एक अहम समझौता फाइनल होने के बाद ई-कॉमर्स दिग्गज फ्लिपकार्ट के आईपीओ की राह साफ हो गई है। सूत्रों के अनुसार दोनों देशों के बीच निवेश, टैक्स और नियामकीय अड़चनों को लेकर बनी सहमति के चलते यह डील संभव हो पाई है, जिसे लंबे समय से फ्लिपकार्ट के आईपीओ में सबसे बड़ी बाधा माना जा रहा था। बताया जा रहा है कि इस समझौते के तहत डेटा, विदेशी निवेश और कॉरपोरेट संरचना से जुड़े कुछ संवेदनशील मुद्दों पर समाधान निकाला गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस डील से न केवल फ्लिपकार्ट को भारतीय शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने में आसानी होगी, बल्कि इससे भारत-अमेरिका के आर्थिक और कारोबारी संबंधों को भी नई मजबूती मिलेगी। बाजार विश्लेषकों के मुताबिक आईपीओ आने से निवेशकों को बड़ा अवसर मिलेगा और भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को भी सकारात्मक संदेश जाएगा, हालांकि कंपनी की ओर से अभी आधिकारिक तारीख का ऐलान नहीं किया गया है।





