उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 75वीं पुण्यतिथि पर सोमवार को हृदयस्पर्शी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के अदम्य साहस के बल पर ही अखंड एवं सशक्त भारत की नींव रखी गई, जो आज भी राष्ट्र निर्माण का प्रेरणास्रोत है। मुख्यमंत्री ने राजभवन में आयोजित स्मृति सभा को संबोधित करते हुए पटेल के स्वतंत्रता संग्राम और रियासतों के एकीकरण में योगदान को याद किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि चढ़ाई तथा उनके चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित किया। उन्होंने कहा कि पटेल ने 562 रियासतों का भारत में विलय कर एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण किया, जिसकी भावना आज भी सीमाओं की रक्षा और एकता में झलकती है। धामी ने युवाओं से अपील की कि वे पटेल के त्याग और नेतृत्व से प्रेरणा लें तथा उत्तराखंड के विकास में योगदान दें। कार्यक्रम में विधायक, अधिकारी और भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सरदार पटेल की जीवनी पर आधारित पुस्तक का विमोचन भी किया तथा राज्य स्तर पर पटेल जयंती को बड़े उत्साह से मनाने के निर्देश दिए। उन्होंने केंद्र सरकार की एक देश-एक संविधान नीति को पटेल की विरासत का विस्तार बताते हुए कहा कि यह नीति राष्ट्र एकीकरण को मजबूत करेगी। उत्तराखंड सरकार ने पटेल के सम्मान में स्कूलों में विशेष व्याख्यान और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है।
यह श्रद्धांजलि राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई जाने वाली पटेल की पुण्यतिथि पर केंद्रित रही, जो हर वर्ष 15 दिसंबर को आयोजित होती है। धामी ने पटेल को राष्ट्र रक्षा का प्रतीक बताते हुए कहा कि उनकी दूरदृष्टि ने भारत को विखंडन से बचाया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने राष्ट्रगान गाया तथा पटेल के आदर्शों को अमल में लाने का संकल्प लिया।





