Monday, December 22, 2025

Top 5 This Week

Related Posts

बाघ गणना 2026 का पहला चरण आज से शुरू

देशभर में बाघ गणना 2026 का पहला चरण सोमवार से शुरू हो गया है, जिसमें वन अधिकारियों द्वारा डिजिटल ऐप के माध्यम से बाघों के पैरों के निशान दर्ज किए जाएंगे। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने इस अभियान को पूरे देश के 50 से अधिक टाइगर रिजर्व और वन क्षेत्रों में एक साथ चलाने का निर्णय लिया है। यह गणना चार चरणों में पूरी होगी, जो बाघों की वास्तविक संख्या और उनके आवास की स्थिति का सटीक आकलन प्रदान करेगी।

पहले चरण में क्षेत्रीय समीक्षा और पैरों के निशानों (पगमार्क्स) की मैपिंग पर जोर दिया जाएगा, जहां विशेषज्ञ टीमें जंगल में घूमकर बाघों, तेंदुओं और अन्य वन्यजीवों के निशान कैप्चर करेंगी। आधुनिक एमएसटीआरआईपी (मॉर्फिंग स्ट्रक्चर्ड टाइगर रिकग्निशन इन पगमार्क्स) ऐप का उपयोग किया जाएगा, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता के जरिए प्रत्येक पैरों के निशान को विश्लेषित कर बाघों की पहचान करेगा। अधिकारियों ने बताया कि पिछले गणना में इसी तकनीक से 3,167 बाघों का आंकड़ा सामने आया था, और इस बार भी डिजिटल सटीकता पर भरोसा है।

गणना का दूसरा चरण फोटो-ट्रैपिंग और कैमरा ट्रैप्स पर आधारित होगा, जबकि तीसरा चरण कैप्चर-रिकैप्चर विधि और अंतिम चरण डेटा विश्लेषण का होगा। यह अभियान फरवरी 2026 तक चलेगा, जिसमें केंद्रीय और राज्य वन विभागों के साथ-साथ एनजीओ और स्वयंसेवक भाग लेंगे। पर्यावरण मंत्री ने इसकी शुरुआत करते हुए कहा कि बाघ संरक्षण भारत की जैव विविधता की रीढ़ है, और यह गणना जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का भी मूल्यांकन करेगी।

पिछली गणना में बाघों की संख्या में 30 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई थी, जो संरक्षण प्रयासों की सफलता दर्शाती है। हालांकि, अवैध शिकार और आवास ह्रास जैसी चुनौतियां बनी हुई हैं। वन मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिए हैं कि गणना के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और स्थानीय समुदायों को जागरूक किया जाए। यह आंकड़ा नीतिगत निर्णयों और वैश्विक रिपोर्टिंग के लिए आधार बनेगा।

Popular Articles