केरल में हुए स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजे सामने आने लगे हैं और शुरुआती रुझानों में राज्य की राजनीति में दिलचस्प तस्वीर उभरती दिखाई दे रही है। चुनाव परिणामों के अनुसार लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) सबसे आगे बना हुआ है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भी कई सीटों पर जीत दर्ज कर अपना खाता खोल लिया है।
मतगणना के शुरुआती दौर में ही लेफ्ट ने पंचायतों, नगर पालिकाओं और नगर निगमों में बढ़त बना ली है। सत्तारूढ़ गठबंधन के मजबूत संगठन और जमीनी पकड़ का असर नतीजों में साफ दिखाई दे रहा है। वहीं कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) कई स्थानों पर लेफ्ट को कड़ी टक्कर देता नजर आ रहा है।
इस बीच बीजेपी के लिए भी चुनाव उत्साहजनक रहे हैं। पार्टी ने कई वार्डों और सीटों पर जीत हासिल कर राज्य की स्थानीय राजनीति में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि केरल जैसे राज्य में बीजेपी का सीट जीतना उसके लिए संगठनात्मक मजबूती का संकेत है।
चुनाव आयोग के अनुसार मतगणना शांतिपूर्ण तरीके से जारी है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। अंतिम परिणाम आने के बाद यह साफ हो जाएगा कि किस दल को कितनी सीटों पर सफलता मिली है और स्थानीय निकायों में सत्ता का संतुलन किस ओर झुकेगा।
फिलहाल रुझानों ने यह संकेत दे दिया है कि केरल की स्थानीय राजनीति में मुकाबला त्रिकोणीय होता जा रहा है और आने वाले समय में इसका असर राज्य की बड़ी राजनीति पर भी पड़ सकता है।





