उत्तराखंड के हरिद्वार में अर्धकुंभ 2027 की तैयारियां तेजी से जारी हैं। प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि इस बार हरकी पैड़ी की पुरानी गलियों और बाजारों को नए रंग और सौंदर्य में सजाया जाएगा, ताकि तीर्थयात्रियों और श्रद्धालुओं को एक आकर्षक और सुव्यवस्थित अनुभव मिल सके।
शहर के विकास विभाग के अधिकारियों ने कहा कि सड़कों की मरम्मत, प्रकाश व्यवस्था, फुटपाथ सुधार, साफ-सफाई और हरित क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। हरकी पैड़ी के आसपास के पुराने बाजारों में भी नए स्टॉल, पेयजल और शौचालय की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। प्रशासन का उद्देश्य है कि तीर्थयात्रियों को सुरक्षित, आरामदायक और सौंदर्यपूर्ण वातावरण मिल सके।
अर्धकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचेंगे, इसलिए प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन और आपदा प्रबंधन की तैयारियों को भी तेज किया है। पुलिस और आपदा नियंत्रण बल के साथ मिलकर सुरक्षा, स्वास्थ्य और आपातकालीन सेवाओं का विशेष प्रबंध किया जाएगा।
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि पुराने गलियों की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान को बरकरार रखते हुए उन्हें आधुनिक सुविधाओं से सजाया जा रहा है। इसके लिए स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों के सहयोग को भी महत्व दिया गया है, ताकि शहर की संपूर्ण व्यवस्था और सौंदर्य में सामंजस्य बना रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अर्धकुंभ 2027 उत्तराखंड के लिए आर्थिक, सांस्कृतिक और पर्यटन दृष्टि से महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने उम्मीद जताई कि नए विकास कार्य और सौंदर्यीकरण योजनाओं से हरकी पैड़ी और शहर के अन्य हिस्सों की पर्यटन क्षमता और श्रद्धालुओं की सुविधा बढ़ेगी।
इस बार की तैयारियों में स्मार्ट सिटी तत्वों, डिजिटल मार्गदर्शन और पर्यावरण-संवेदनशील विकास को भी शामिल किया जा रहा है, जिससे हरिद्वार का यह पवित्र स्थल नए और आधुनिक रूप में दुनिया के सामने चमक सके।





