उत्तराखंड में राशन कार्डधारकों के लिए इस बार चावल की आपूर्ति में देरी की समस्या सामने आई है। सरकार और संबंधित विभाग के अधिकारियों ने बताया कि चावल की वितरण प्रक्रिया में व्यवधान और आपूर्ति श्रृंखला में तकनीकी कारणों से राशनधारकों को इंतजार करना पड़ रहा है।
राज्य खाद्य आपूर्ति विभाग के सूत्रों के अनुसार, चावल की मुख्य आपूर्ति केंद्रों से वितरण केंद्रों तक पहुँचाने में देरी हो रही है। इसमें भंडारण संबंधी सीमाएँ, परिवहन में बाधाएं और स्टॉक की समय पर पूर्ति न हो पाना प्रमुख कारण हैं। इसके चलते कई जिलों में राशनकार्डधारकों को निर्धारित समय पर चावल नहीं मिल पा रहा है।
विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और चावल की डिलीवरी के लिए स्थानीय राशन वितरण केंद्रों के निर्देशों का पालन करें। अधिकारियों ने कहा कि आने वाले हफ्तों में आपूर्ति को सामान्य करने के लिए अतिरिक्त वाहन और स्टॉकिंग उपाय किए जा रहे हैं, ताकि वितरण में तेजी लाई जा सके।
राशन कार्डधारकों का कहना है कि इंतजार के कारण उन्हें रोजमर्रा के खाने-पीने की योजनाओं में असुविधा हो रही है। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया है कि इस आपूर्ति में स्थायी सुधार और समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करने के उपाय किए जाएं।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आपूर्ति श्रृंखला में नियमित निगरानी और पूर्व नियोजन किया जाए, तो इस तरह की देरी को काफी हद तक कम किया जा सकता है। विभाग ने भी आश्वासन दिया है कि स्टॉक और वितरण प्रक्रिया को मॉनिटर करने के लिए विशेष टीम तैनात की गई है, ताकि आने वाले समय में राशनधारकों को समय पर चावल उपलब्ध हो सके।





