कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस माह 15 से 20 दिसंबर तक जर्मनी के आधिकारिक दौरे पर रहेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह यात्रा यूरोप में राजनीतिक संवाद और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है। अपने छह दिवसीय प्रवास के दौरान राहुल गांधी कई उच्चस्तरीय कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे और जर्मन सरकार के प्रमुख मंत्रियों के साथ औपचारिक मुलाकातें भी करेंगे।
दौरे के दौरान उनकी जर्मनी के विदेश मंत्रालय, आर्थिक मामलों और जलवायु विभाग सहित कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों और मंत्रियों से बैठकें तय हैं। इन मुलाकातों में वैश्विक अर्थव्यवस्था, जलवायु परिवर्तन, लोकतांत्रिक मूल्यों और भारत-जर्मनी संबंधों से जुड़े मुद्दों पर विस्तृत चर्चा होने की संभावना है। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी इस दौरान भारतीय प्रवासी समुदाय से भी संवाद करेंगे और विभिन्न विश्वविद्यालयों तथा थिंक-टैंक संस्थानों में व्याख्यान देंगे।
यात्रा कार्यक्रम में बर्लिन, म्यूनिख और हैम्बर्ग जैसे प्रमुख शहरों का दौरा शामिल है, जहाँ वे छात्रों, युवाओं और नीति विशेषज्ञों के साथ संवाद सत्रों में हिस्सा लेंगे। बताया जा रहा है कि इन आयोजनों में भारत की मौजूदा सामाजिक-राजनीतिक स्थिति, आर्थिक चुनौतियों और वैश्विक साझेदारियों पर उनकी दृष्टि पर चर्चा की जाएगी।
पार्टी ने इस यात्रा को कांग्रेस के अंतरराष्ट्रीय संपर्क कार्यक्रम का हिस्सा बताते हुए कहा कि राहुल गांधी लगातार वैश्विक मंचों पर भारत की विविधता, लोकतांत्रिक परंपरा और आर्थिक संभावनाओं को उजागर कर रहे हैं। जर्मनी का यह दौरा भी इसी प्रयास का विस्तार है, जहाँ वे दोनों देशों के बीच सहयोग के नए अवसर तलाशेंगे।
कांग्रेस नेताओं को उम्मीद है कि यह यात्रा भारत-जर्मनी संबंधों में संवाद की नई दिशा तय करेगी और दोनों देशों के बीच राजनीतिक तथा आर्थिक सहयोग को और गति देगी।





