कर्नाटक की राजनीति में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया के एक हालिया बयान ने नए राजनीतिक संकेत पैदा कर दिए हैं। पार्टी नेतृत्व और भविष्य की दिशा पर उनके कथन को लेकर कई तरह की व्याख्याएँ सामने आ रही हैं। इसी मुद्दे पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें यह स्पष्ट समझ नहीं आया कि यतींद्र का नेतृत्व को लेकर कहना वास्तव में किस संदर्भ में था।
शिवकुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वे यतींद्र के बयान को ध्यान से सुन चुके हैं, लेकिन उनके शब्दों का वास्तविक संकेत क्या है, यह अभी स्पष्ट नहीं है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि पार्टी के भीतर हर नेता को अपनी बात रखने का पूरा अधिकार है, परंतु ऐसे बयान तब चर्चा का कारण बनते हैं जब राज्य की राजनीति पहले ही संवेदनशील स्थिति में हो। शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस एक संगठित दल है और नेतृत्व को लेकर किसी प्रकार का भ्रम पैदा करना उचित नहीं है।
उपमुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी में नेतृत्व को लेकर कोई विवाद नहीं है और सरकार पूरी एकजुटता के साथ काम कर रही है। उनका कहना था कि सिद्धारमैया और उनके बीच किसी भी स्तर पर मतभेद की बात निराधार है। शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस सरकार जनता से किए गए वादों को पूरा करने में व्यस्त है और इस समय विकास और जनकल्याण ही मुख्य प्राथमिकता है।
इस बीच, राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि यतींद्र का बयान आने वाले समय में आंतरिक राजनीति के नए संकेत दे सकता है। हालांकि पार्टी नेतृत्व ने स्थिति को पूरी तरह सामान्य बताते हुए किसी भी तरह की अंदरूनी खींचतान से इनकार किया है। फिलहाल, शिवकुमार की प्रतिक्रिया ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे यतींद्र के बयान को गंभीरता से लेते हुए भी किसी विवाद को जन्म नहीं देना चाहते।





