उत्तर भारत इस समय कड़ाके की सर्दी की चपेट में है। पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार बारिश और बर्फबारी से मौसम और अधिक शीतल हो गया है, जबकि मैदानों में भी ठंड का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर के ऊपरी इलाकों में मंगलवार रात से बर्फबारी जारी है, जिसके कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। केदारनाथ धाम में न्यूनतम तापमान गिरकर –13 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया है, जिससे पूरा क्षेत्र बर्फ की मोटी परत से ढक गया है।
बर्फबारी के चलते पहाड़ी जिलों में परिवहन सहित जनजीवन प्रभावित हो रहा है। कई सड़कों पर फिसलन बढ़ने के कारण यातायात धीमा पड़ गया है और दूरस्थ गांवों का संपर्क भी बाधित होने लगा है। स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों और श्रद्धालुओं को सावधानी बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। वहीं होटल व्यवसायियों के अनुसार, मौसम बिगड़ने के कारण कई पर्यटक बुकिंग रद्द करा रहे हैं।
दूसरी ओर, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में भी ठंड ने अचानक करवट ले ली है। दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में सुबह और शाम के समय ठंडी हवाएँ चल रही हैं और घना कोहरा छाने लगा है। तापमान में गिरावट के साथ ही लोगों ने अपने दैनिक कामकाज का समय भी सीमित कर दिया है। शहरों से लेकर ग्रामीण इलाकों तक लोग अलाव तापते दिख रहे हैं।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से यह मौसम परिवर्तन हुआ है। आने वाले दिनों में तापमान और नीचे जाने की संभावना है और कई स्थानों पर शीतलहर भी चल सकती है। विभाग ने राज्यों को सतर्क रहने और आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
कड़ाके की ठंड के बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को ठंड से बचाने के लिए विशेष देखभाल की आवश्यकता है। फिलहाल पर्वतीय और मैदानी दोनों क्षेत्रों में मौसम की सख्ती जारी है और लोगों को अभी कुछ दिनों तक तीव्र सर्दी से राहत मिलने की उम्मीद कम ही है।





