कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के विधानसभा चुनाव में जीत को चुनौती देने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए नोटिस जारी किया। न्यायालय ने मुख्यमंत्री से इस संबंध में विस्तृत जवाब दाखिल करने को कहा है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि चुनाव के दौरान नियमों का उल्लंघन किया गया, जिसके आधार पर उनकी जीत को अमान्य घोषित किया जाना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में दावा किया गया है कि सिद्धारमैया ने नामांकन और प्रचार प्रक्रिया के दौरान निर्वाचन कानूनों तथा मॉडल आचार संहिता का पालन नहीं किया। याचिकाकर्ता का कहना है कि इन कथित अनियमितताओं का चुनाव परिणाम पर सीधा प्रभाव पड़ा और मतदाताओं को भ्रामक जानकारी दी गई। याचिका में यह भी आग्रह किया गया है कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और आवश्यक होने पर चुनाव को रद्द कर दोबारा मतदान कराया जाए।
मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि आरोप गंभीर प्रकृति के हैं और इन्हें तथ्यों के आधार पर परखा जाना जरूरी है। अदालत ने सिद्धारमैया से निर्धारित समय सीमा में जवाब दाखिल करने को कहा है, ताकि मामले की अगली सुनवाई पर सभी तथ्यों की व्यापक समीक्षा की जा सके।
वहीं, कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि यदि आरोपों में दम पाया गया, तो यह मामला राजनीतिक रूप से भी प्रभाव डाल सकता है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से नोटिस जारी होने के बाद अब सभी की नजर मुख्यमंत्री के जवाब पर टिकी है, जिसके बाद ही आगे की न्यायिक प्रक्रिया का मार्ग तय होगा।





