मतदाता सूची में गड़बड़ी और दोहरे मतदान के मामलों को रोकने के लिए प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है। अधिकारियों का कहना है कि अब चाहे कोई नेता हो या आम नागरिक, किसी भी व्यक्ति का दो स्थानों पर वोट दर्ज नहीं किया जाएगा। हाल के सत्यापन अभियानों में ऐसे कई मतदाता पाए गए हैं, जिनके नाम ग्रामीण क्षेत्रों के साथ शहर की मतदाता सूची में भी दर्ज थे। इस स्थिति को देखते हुए संबंधित विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि दोहरी प्रविष्टि किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं होगी।
चुनाव अधिकारियों ने बताया कि विशेष पुनरीक्षण के दौरान ऐसे मामलों की पहचान की जा रही है और दोनों स्थानों पर पंजीकरण पाए जाने वाले मतदाताओं से दस्तावेज़ों की जांच करवाई जा रही है। यदि किसी व्यक्ति का नाम दो जगह दर्ज पाया गया, तो नियमानुसार एक स्थान की प्रविष्टि तुरंत हटाई जाएगी। अधिकारियों ने यह भी कहा कि दोहरी प्रविष्टि न केवल चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करती है, बल्कि यह कानूनन भी गलत है।
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे स्वयं भी अपने नाम की प्रविष्टि की जांच करें और यदि किसी प्रकार की त्रुटि या दोहरी प्रविष्टि हो, तो तुरंत चुनाव कार्यालय से संपर्क करें। अधिकारियों का कहना है कि मतदाता सूची को शुद्ध और पारदर्शी रखना लोकतांत्रिक प्रक्रिया की मजबूती के लिए आवश्यक है, और इस दिशा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।




