ताइवान के आसपास एक बार फिर चीन की सैन्य गतिविधियों में तेज़ी दर्ज की गई है। हालिया रिपोर्टों के अनुसार, ताइवान के करीब समुद्री क्षेत्र में चीन के दो सैन्य विमान और सात नौसैनिक जहाज गश्त करते देखे गए। यह गतिविधियां ऐसे समय में बढ़ी हैं जब दोनों देशों के बीच तनाव पहले से ही चरम पर है, और क्षेत्र में सामरिक अस्थिरता को लेकर अंतरराष्ट्रीय चिंता भी गहराती जा रही है।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी कि चीनी सेना के विमान निर्धारित हवाई सीमा के काफी निकट उड़ान भरते देखे गए। इसी के साथ, सात चीनी युद्धपोत ताइवान की समुद्री परिधि के आसपास घूमते नजर आए। मंत्रालय का कहना है कि यह गतिविधियां क्षेत्रीय सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील हैं, और ताइवान की सेना ने तुरंत निगरानी और जवाबी तैयारी को सुदृढ़ कर दिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि हाल के वर्षों में चीन ताइवान के आसपास लगातार अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ा रहा है, जिससे तनावपूर्ण माहौल और गहरा होता जा रहा है। विश्लेषक इसे चीन की उस रणनीति का हिस्सा बता रहे हैं, जिसके जरिए वह ताइवान पर राजनीतिक और सैन्य दबाव बढ़ाना चाहता है। ताइवान बार-बार स्पष्ट कर चुका है कि वह अपनी संप्रभुता और लोकतांत्रिक मूल्यों से समझौता नहीं करेगा।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी चीन की इन गतिविधियों पर चिंता व्यक्त की है। कई देश मानते हैं कि ताइवान जलडमरूमध्य में बढ़ती सैन्य हलचल एशिया-प्रशांत क्षेत्र की स्थिरता के लिए गंभीर चुनौती है। अमेरिका और उसके सहयोगी पहले ही कह चुके हैं कि ताइवान की सुरक्षा और क्षेत्रीय शांति उनके लिए महत्वपूर्ण मुद्दे हैं।
कुल मिलाकर, ताइवान के करीब चीनी सैन्य गश्तों का यह नया दौर तनावपूर्ण वातावरण को और गहरा करता दिख रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि चीन इसी तरह अपनी गतिविधियां बढ़ाता रहा, तो क्षेत्र में शक्ति संतुलन और कूटनीतिक समीकरणों पर गंभीर असर पड़ सकता है। फिलहाल ताइवान ने अपनी निगरानी प्रणाली को और मजबूत कर हालात पर कड़ी नजर बनाए रखी है।





