मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने अंतरराष्ट्रीय लोकतांत्रिक संस्थान इंटरनेशनल IDEA की अध्यक्षता संभालते ही विश्वभर में लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत बनाने का संकल्प व्यक्त किया। पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा कि वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों में लोकतंत्र को अधिक समावेशी, पारदर्शी और जवाबदेह बनाने की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है। ऐसे समय में इंटरनेशनल IDEA की भूमिका महत्वपूर्ण है, जिसका उद्देश्य सभी देशों को लोकतांत्रिक ढांचे को बेहतर बनाने में सहयोग देना है।
ज्ञानेश कुमार ने कहा कि भारत का चुनावी अनुभव दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण उदाहरण है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत ने चुनाव प्रबंधन, स्वच्छ मतदान प्रक्रिया, तकनीक के उपयोग और मतदाता जागरूकता में विशाल प्रगति की है। उन्होंने यह भी बताया कि इंटरनेशनल IDEA के मंच के माध्यम से भारत अपने इन अनुभवों को अन्य देशों के साथ साझा करेगा, ताकि वैश्विक लोकतांत्रिक संरचना और अधिक मजबूत और प्रभावी बन सके।
पदभार संभालने के बाद अपने संबोधन में उन्होंने जोर दिया कि लोकतंत्र तभी सफल हो सकता है जब नागरिकों का विश्वास चुनावी प्रक्रियाओं में बरकरार रहे। इसके लिए संस्थाओं को पारदर्शिता, निष्पक्षता और नवाचार को प्राथमिकता देनी होगी। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आगे आने वाले समय में इंटरनेशनल IDEA चुनावी तकनीक, मतदान सुधार, राजनीतिक सहभागिता और डिजिटल पारदर्शिता जैसे विषयों पर व्यापक कार्यक्रमों को आगे बढ़ाएगा।
ज्ञानेश कुमार ने यह भी कहा कि दुनिया तेजी से बदल रही है, और इस बदलाव के बीच लोकतंत्र को सुरक्षित रखना एक साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने भरोसा जताया कि सभी सदस्य देशों के सहयोग से इंटरनेशनल IDEA वैश्विक स्तर पर लोकतांत्रिक मजबूती के नए मानक स्थापित कर सकेगा।
कुल मिलाकर, CEC ज्ञानेश कुमार की नई भूमिका न केवल भारत के चुनावी अनुभव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएगी, बल्कि विश्वभर में लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।





