प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से तापमान में निरंतर गिरावट दर्ज की जा रही है, जिसके चलते ठंड का असर तेज़ होने लगा है। सुबह और देर शाम के समय ठिठुरन बढ़ गई है और लोग गर्म कपड़ों का सहारा लेने लगे हैं। मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे पहुंच चुका है, जबकि अधिकतम तापमान में भी उल्लेखनीय गिरावट देखने को मिल रही है।
हालांकि तापमान में आई इस गिरावट के बावजूद फिलहाल बारिश या बर्फबारी के आसार कम हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं होने के कारण अगले कुछ दिनों तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में शुष्क मौसम बना रहेगा। पहाड़ी क्षेत्रों में बादल छाए रहने की हल्की संभावना जरूर है, लेकिन इससे वर्षा या हिमपात की स्थिति बनने की उम्मीद अभी नहीं है।
मौसम विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल हवा के रुख और आर्द्रता में ऐसे परिवर्तन नहीं दिख रहे, जिनसे बारिश की स्थिति बन सके। पर्वतीय जिलों के ऊंचाई वाले इलाकों में दिन और रात के तापमान के बीच बड़ा अंतर बना हुआ है, जिससे स्थानीय स्तर पर ठिठुरन और बढ़ रही है। मैदानी क्षेत्रों में सुबह के समय हल्का कोहरा दिखाई देने लगा है, जो आने वाले दिनों में और घना हो सकता है।
ठंड में अचानक बढ़ोतरी के कारण लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हुई है। जहां एक ओर बाजारों में गर्म कपड़ों और हीटरों की मांग बढ़ने लगी है, वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने नागरिकों को मौसम के अनुसार सावधानी बरतने की सलाह दी है। बुजुर्गों और बच्चों को विशेष रूप से ठंडी हवाओं से बचाने की अपील की गई है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि यदि अगले सप्ताह पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ, तभी बारिश या बर्फबारी की संभावना बन पाएगी। तब तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में शुष्क और ठंडा मौसम ही जारी रहेगा। लोगों को इस बीच तेज़ ठंड से बचाव की तैयारी रखने की सलाह दी गई है।





