पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में गुरुवार देर रात तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के ग्राम पंचायत सदस्य देबोब्रत मंडल की गोली मारकर हत्या कर दी गई। स्थानीय लोगों में ‘बाबू मंडल’ के नाम से पहचाने जाने वाले देबोब्रत अपने साथी अनुपम राणा के साथ मोटरसाइकिल से घर लौट रहे थे, जब अज्ञात हमलावरों ने उन पर घात लगाकर हमला किया। इस हमले में जहां टीएमसी नेता की मौत हो गई, वहीं उनका साथी गंभीर रूप से घायल है और जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहा है।
रात 11 बजे बाइक पर लौटते समय हुआ हमला
पुलिस के अनुसार, देबोब्रत मंडल गुरुवार रात लगभग 11 बजे निश्चिंदा-बुरो शिबतला इलाके से गुजर रहे थे। तभी दो बाइक सवार हमलावर उनके नजदीक आए और अचानक उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। गोलियां उनके कमर और कंधे में लगीं, जिससे वह मौके पर ही गिर पड़े। उनके साथ मौजूद अनुपम राणा ने हमलावरों का विरोध करने की कोशिश की, लेकिन बदमाशों ने उन्हें भी गोली मार दी और फरार हो गए।
इलाज के दौरान मौत, साथी की हालत नाजुक
हमले के तुरंत बाद स्थानीय लोग दोनों को बेलूर स्टेट जनरल अस्पताल ले गए। देबोब्रत की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। अनुपम राणा को हावड़ा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है।
पुलिस जांच में जुटी, सीसीटीवी खंगाले जा रहे
घटना की सूचना मिलते ही हावड़ा पुलिस आयुक्त प्रवीण त्रिपाठी स्थल पर पहुंचे और जांच का जायजा लिया। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर लिया है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज इकट्ठा की जा रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हमलावरों ने कम से कम पांच राउंड गोलियां चलाईं। पुलिस का मानना है कि हमले में एक से अधिक अपराधी शामिल थे।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस सुमन चौधरी नाम के एक संदिग्ध की तलाश कर रही है, जिसके खिलाफ पहले भी फिरौती और हत्या की कोशिश के मामले दर्ज हैं। हालांकि, पुलिस का कहना है कि वारदात के हर पहलू की जांच की जा रही है।
टीएमसी नेताओं ने की गिरफ्तारी की मांग, इलाके में तनाव
घटना के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। टीएमसी के जिला अध्यक्ष और विधायक गौतम चौधरी, विधायक कल्याण घोष और युवा तृणमूल नेता नूरज मोल्ला समेत कई नेताओं ने अस्पताल पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की और दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। स्थानीय टीएमसी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि हमले के पीछे ‘बासू’ नामक व्यक्ति की भूमिका हो सकती है, हालांकि पुलिस ने इन दावों की पुष्टि नहीं की है।
वारदात के बाद इलाके में तनाव व्याप्त है। आगामी 2026 विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल और गर्म हो गया है। स्थिति को देखते हुए पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात कर इलाके में गश्त बढ़ा दी है।





