असम राइफल्स की पहल पर आयोजित राष्ट्रीय एकता यात्रा में शामिल छात्रों ने बुधवार को राष्ट्रपति से मुलाकात की। देशभर के विभिन्न राज्यों से आए इन छात्रों के लिए यह मुलाकात एक प्रेरणादायक अनुभव साबित हुई। राष्ट्रपति ने छात्रों से बातचीत करते हुए कहा कि भारत की विविधता ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है और युवाओं की जिम्मेदारी है कि वे राष्ट्रीय मूल्यों को जीवन में अपनाएं और समाज में सकारात्मक बदलाव लाएँ।
राष्ट्रपति ने छात्रों को देश की एकता, अखंडता और सांस्कृतिक विरासत के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एकता यात्रा जैसे कार्यक्रम न केवल युवाओं को भारत के विविधतापूर्ण स्वरूप से परिचित कराते हैं, बल्कि उनमें आपसी सद्भाव, सहयोग और संवेदनशीलता की भावना भी विकसित करते हैं। उन्होंने छात्रों को आग्रह किया कि वे अपने क्षेत्रों में लौटकर समाज में जागरूकता फैलाएं और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं।
असम राइफल्स ने इस यात्रा का आयोजन युवाओं में राष्ट्रीय चेतना और अनुशासन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया था। कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने पूर्वोत्तर के विभिन्न हिस्सों का भ्रमण किया और वहाँ की संस्कृति, परंपरा तथा चुनौतियों को समझने का अवसर मिला। अधिकारियों का मानना है कि ऐसे प्रयास युवाओं को देश की विविधता की गहराई को समझने और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी की भावना को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
राष्ट्रपति से हुई यह मुलाकात छात्रों के लिए अविस्मरणीय रही। उन्होंने कहा कि राष्ट्राध्यक्ष के सान्निध्य में मिली प्रेरणा उन्हें जीवनभर मार्गदर्शन देती रहेगी। यात्रा के आयोजकों का भी मानना है कि इस तरह की पहल आगे भी जारी रहनी चाहिए, ताकि अधिक से अधिक युवा राष्ट्रीय एकता के मूल्यों से परिचित हो सकें।





