बंगाल की खाड़ी और आसपास के क्षेत्रों में विकसित हो रहा मौसम तंत्र अब संभावित चक्रवात ‘सेंयार’ का रूप लेने की दिशा में बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, श्रीलंका और तमिलनाडु के बीच स्थित पाक जलडमरूमध्य में एक गहरा दबाव बन गया है, जो तेजी से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। इस दबाव के अगले 24 से 36 घंटों में और मजबूत होकर चक्रवात में बदलने की संभावना जताई जा रही है।
तमिलनाडु और केरल के तटीय इलाकों में मौसम विभाग ने भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग का कहना है कि गहरे दबाव के प्रभाव से दोनों राज्यों में तेज हवाएं चलने, समुद्र में ऊँची लहरें उठने और निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। मछुआरों को समुद्र में न जाने और तटीय क्षेत्रों में एहतियात बरतने की सख्त सलाह दी गई है।
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सिस्टम चक्रवात में बदलता है, तो इसका सबसे अधिक प्रभाव तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों और केरल के तटीय हिस्सों पर पड़ सकता है। इन इलाकों में दो से तीन दिन तक लगातार वर्षा होने की संभावना है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर राहत दलों को सतर्क रहने और संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं।
तमिलनाडु सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को संभावित खतरे के मद्देनज़र तैयार रहने, जलभराव वाले इलाकों में पंपिंग सेट उपलब्ध कराने और बिजली व्यवस्था की सुरक्षा जांच करने को कहा है। वहीं, केरल में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने भी अलर्ट जारी करते हुए लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।
जलडमरूमध्य में बन रहे इस गहरे दबाव ने क्षेत्रीय मौसम पैटर्न को तेजी से बदल दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 48 घंटे स्थिति को लेकर बेहद महत्वपूर्ण होंगे। यदि दबाव और तेज हुआ, तो चक्रवात सेंयार दक्षिण भारत के तटीय राज्यों के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है।





