धर्मध्वज फहराने के समारोह के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और RSS प्रमुख मोहन भागवत का अभिनंदन करते हुए इसे “नए युग का शुभारंभ” बताया।
योगी ने अपने संबोधन की शुरुआत रामचरितमानस की चौपाई से की और कहा कि “तप, तीर्थ, त्याग, जप और योग आज सफल हुए।”
सीएम ने कहा कि “यह भव्य मंदिर 140 करोड़ भारतीयों की आस्था, सम्मान और आत्मगौरव का प्रतीक है।”
उन्होंने कहा कि यह दिन उन संतों, कर्मयोगियों और रामभक्तों को समर्पित है, जिन्होंने संघर्षों के बावजूद आंदोलन को जीवित रखा।
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा —
“लाठी-गोली खाएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे — इस उद्घोष ने सदियों की आस्था को शक्ति दी। आज वह संकल्प साकार हो चुका है।”
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कभी संघर्ष और बदहाली का प्रतीक रही अयोध्या, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में उत्सवों की वैश्विक राजधानी बन रही है, जहां हर दिन एक पर्व जैसा है।





