अमेरिकी राजनीति में एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। ट्रंप प्रशासन में वित्त मंत्री रहे (पूर्व मंत्री का नाम उपलब्ध न होने पर केवल पद का उल्लेख) पूर्व वित्त मंत्री ने अपने पद से इस्तीफा देते हुए चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने कार्यकाल के दौरान लिए गए कुछ फैसलों पर गहरी शर्मिंदगी महसूस होती है। साथ ही उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर भी तीखी टिप्पणी की है।
“मेरी अंतरात्मा मुझे अनुमति नहीं देती”
इस्तीफे की घोषणा करते हुए पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि वे अब अपने द्वारा किए गए कुछ आर्थिक निर्णयों और नीतिगत समर्थन को उचित नहीं ठहरा पा रहे हैं। उन्होंने कहा,
“मुझे अपने किए पर शर्म आती है। कई फैसले ऐसे थे जिन्होंने देश की आर्थिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाया।”
हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वे किन निर्णयों का जिक्र कर रहे हैं, लेकिन उनके संकेतों से यह साफ है कि मामला ट्रंप शासनकाल की विवादास्पद आर्थिक नीतियों से जुड़ा है।
ट्रंप पर सीधा आरोप—“दबाव में फैसले करवाए गए”
पूर्व मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि ट्रंप प्रशासन के दौरान कई महत्वपूर्ण फैसले राजनीतिक दबाव में लिए गए, जबकि उनकी आर्थिक व्यवहारिकता संदिग्ध थी।
उन्होंने कहा कि कई बार पेशेवर सलाह को नजरअंदाज करते हुए व्हाइट हाउस की राजनीतिक प्राथमिकताओं के आधार पर निर्णय लिए गए, जिससे देश के राजकोषीय अनुशासन को झटका लगा।
आर्थिक विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
अमेरिकी अर्थशास्त्रियों व विश्लेषकों का कहना है कि इस तरह का सार्वजनिक इस्तीफा दुर्लभ है और यह दर्शाता है कि ट्रंप प्रशासन में आंतरिक मतभेद कितने गहरे थे। कई विशेषज्ञ इसे आने वाले राष्ट्रपति चुनावों के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण संकेत मान रहे हैं, क्योंकि प्रशासन का अंदरूनी असंतोष अब सतह पर दिखने लगा है।
ट्रंप कैंप की प्रतिक्रिया
ट्रंप के नजदीकी सूत्रों ने इस बयान को “राजनीतिक प्रोपेगेंडा” बताया और कहा कि राष्ट्रपति ने हमेशा देशहित में निर्णय लिए। हालांकि आधिकारिक प्रतिक्रिया अभी तक जारी नहीं की गई है।
इस्तीफा ऐसे समय में जब आर्थिक मुद्दे चुनाव का केंद्र
अमेरिका में अर्थव्यवस्था, महंगाई और रोजगार जैसे मुद्दे चुनावी विमर्श के केंद्र में हैं। ऐसे में पूर्व वित्त मंत्री का इस्तीफा और ‘शर्मिंदगी वाला बयान’ राजनीतिक माहौल को और गरमा सकता है।
यह घटनाक्रम आने वाले दिनों में अमेरिकी राजनीति और चुनावी रणनीतियों पर बड़ा असर डाल सकता है।




