अलवर/नई दिल्ली। रूस में रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हुए राजस्थान के अलवर निवासी भारतीय छात्र अजीत का शव सोमवार को स्वदेश लाया गया। हवाई अड्डे से विशेष व्यवस्था के तहत शव को सीधे अलवर स्थित उसके गांव पहुंचाया गया, जहां भारी सुरक्षा और प्रशासनिक मौजूदगी के बीच अंतिम संस्कार किया गया। पूरे गांव में गम का माहौल रहा और बड़ी संख्या में लोग अजीत को अंतिम विदाई देने पहुंचे।
अजीत रूस की एक यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहा था और पिछले दिनों अचानक लापता हो गया था। परिजनों और स्थानीय प्रशासन के लगातार प्रयासों के बाद रूस स्थित भारतीय दूतावास ने मामले में हस्तक्षेप किया। हालांकि खोजबीन के दौरान मिली एक सूचना के आधार पर बाद में अजीत का शव बरामद किया गया। रूस के अधिकारियों ने प्रारंभिक रिपोर्ट भारत को सौंप दी है, लेकिन मौत के कारणों पर अभी भी कई सवाल बने हुए हैं।
परिजनों ने अंतिम संस्कार से पहले प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात कर पूरे मामले की निष्पक्ष और विस्तृत जांच की मांग दोहराई। उनका कहना है कि अजीत के साथ क्या हुआ, इस सच को सामने लाना बेहद जरूरी है। परिवार ने केंद्र सरकार और भारतीय दूतावास का शव को समय रहते स्वदेश लाने के लिए आभार भी व्यक्त किया।
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि रूस से आवश्यक औपचारिकताएँ पूरी होने के बाद शव को भारत लाने की प्रक्रिया तेज की गई थी। केंद्र और राज्य सरकार के बीच समन्वय के कारण यह प्रक्रिया अपेक्षाकृत कम समय में पूरी हो सकी।
अजीत की मौत से छात्रों और युवाओं में भी चिंता बढ़ी है। कई संगठनों ने मांग की है कि विदेशों में पढ़ने जाने वाले छात्रों की सुरक्षा को लेकर स्पष्ट दिशानिर्देश और सहायता तंत्र को और मजबूत बनाया जाए।





