चमोली/रुद्रप्रयाग।
गढ़वाल मंडल के दो जिलों — चमोली और रुद्रप्रयाग — में इन दिनों जंगली भालू की दहशत फैल गई है। बीते 24 घंटों के भीतर भालू ने अलग-अलग स्थानों पर तीन लोगों पर हमला किया, जिसमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। हमले की घटनाओं के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। वन विभाग की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी हैं।
पहली घटना चमोली जिले के गैरसैंण विकासखंड के एक गांव की बताई जा रही है, जहां रविवार सुबह लकड़ी लेने गए दो ग्रामीणों पर अचानक झाड़ियों से निकलकर भालू ने हमला कर दिया। हमले में एक युवक के हाथ और चेहरे पर गंभीर चोटें आईं, जबकि दूसरा साथी किसी तरह भागकर जान बचाने में सफल रहा। स्थानीय लोगों की मदद से घायल को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उसे हायर सेंटर रेफर किया गया है।
वहीं, दूसरी घटना रुद्रप्रयाग जनपद के अगस्त्यमुनि क्षेत्र में सामने आई। यहां देर शाम खेतों की ओर जा रहे एक बुजुर्ग पर भालू ने हमला कर दिया। शोर मचाने पर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो भालू जंगल की ओर भाग गया। बुजुर्ग को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चिकित्सकों के अनुसार, उनकी हालत फिलहाल स्थिर है।
इन घटनाओं के बाद स्थानीय ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से आसपास के जंगलों में भालू के दिखने की घटनाएं बढ़ गई हैं। बच्चों और महिलाओं को अकेले बाहर न जाने की हिदायत दी जा रही है।
वन विभाग ने दोनों जिलों में टीमें तैनात कर दी हैं और भालू की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। विभागीय अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें, रात के समय अकेले जंगल या खेतों की ओर न जाएं, और किसी भी जंगली जानवर के दिखने पर तुरंत सूचना दें।
गौरतलब है कि हाल के वर्षों में चमोली और रुद्रप्रयाग के ऊंचाई वाले इलाकों में मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, ठंड के मौसम में भोजन की कमी के कारण भालू आबादी वाले इलाकों की ओर भटक आते हैं।
ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र में पिंजरे लगाने और रात्रि गश्त बढ़ाने की मांग की है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।





