बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पटना में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इन दलों की सरकारों ने बिहार के विकास को दशकों तक रोके रखा और राज्य को पिछड़ेपन की ओर धकेल दिया। पीएम मोदी ने जनता से अपील की कि वे ऐसी पार्टियों से सावधान रहें जो “भ्रष्टाचार और परिवारवाद” की राजनीति करती हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, “राजद और कांग्रेस के शासन में बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति सबसे खराब थी। उद्योग बंद हो गए, नौजवानों को रोजगार नहीं मिला और अपराध चरम पर था। एनडीए सरकार ने राज्य को विकास की पटरी पर लौटाया है।” उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार को सड़क, रेल, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई परियोजनाओं से जोड़ा है, और अब राज्य आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।
पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों का इतिहास केवल वादाखिलाफी और घोटालों से भरा है। उन्होंने कहा, “जिन लोगों ने दशकों तक सत्ता में रहकर बिहार को पीछे रखा, अब वही लोग विकास की बातें कर रहे हैं। यह जनता को भ्रमित करने की कोशिश है।”
प्रधानमंत्री के बयान पर कांग्रेस ने तीखा पलटवार किया। पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री जनता को गुमराह कर रहे हैं और उनकी सरकार केवल “विज्ञापन और भाषणों” तक सीमित है। कांग्रेस ने दावा किया कि बिहार में बेरोजगारी, महंगाई और पलायन जैसी समस्याएं लगातार बढ़ रही हैं और केंद्र सरकार ने इन्हें दूर करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार चुनाव में इस बार विकास बनाम विरासत की लड़ाई देखने को मिल सकती है। पीएम मोदी के हमलों और विपक्ष के पलटवार से राज्य का चुनावी माहौल और गरमाने लगा है।





