महाराष्ट्र में किसानों का आंदोलन उग्र रूप ले चुका है। कृषि कर्ज माफी की मांग को लेकर बुधवार को नागपुर जिले में नेशनल हाईवे पर किसानों ने व्यापक चक्का-जाम किया। इस दौरान वारधा रोड स्थित जमठा फ्लाईओवर के पास लगभग 15,000 किसानों ने नेशनल हाईवे 44 को पूरी तरह जाम कर दिया, जिससे नागपुर-हैदराबाद मार्ग पर यातायात ठप हो गया।
इस आंदोलन का नेतृत्व पूर्व विधायक और प्रहार जनशक्ति पार्टी के प्रमुख ओमप्रकाश बच्छू कडु कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक किसानों की कर्ज माफी की मांग पर ठोस कदम नहीं उठाए जाते, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं मिला तो आंदोलन राज्यव्यापी रूप लेगा और ट्रेनों को भी रोका जाएगा।
चक्का-जाम के कारण हाईवे पर करीब 20 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। हजारों यात्रियों को गर्मी और आवश्यक सुविधाओं की कमी के कारण परेशानी झेलनी पड़ी। पुलिस ने वैकल्पिक मार्ग तैयार करने की कोशिश की, लेकिन आंदोलनकारियों ने उन्हें भी बाधित कर दिया।
किसानों का कहना है कि सरकार ने बड़ी परियोजनाओं पर तो खर्च बढ़ा दिया है, परंतु खेती, ऋण और फसल मूल्य से जुड़ी उनकी मूल समस्याओं की अनदेखी की जा रही है। वे तत्काल पूर्ण कर्ज माफी और मुआवजा वितरण की प्रक्रिया शुरू करने की मांग कर रहे हैं।
प्रशासन के लिए अब यह आंदोलन एक बड़ी चुनौती बन गया है। यदि जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो आंदोलन के और तेज़ होने और राज्य के परिवहन, व्यापार और लॉजिस्टिक्स पर गंभीर असर पड़ने की आशंका है।





