Thursday, October 23, 2025

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फ्रांस में फिल्मी स्टाइल में चोरी: म्यूजियम से 800 करोड़ के कीमती गहने गायब, पूरे यूरोप में हड़कंप पेरिस | एजेंसी

फ्रांस में एक फिल्मी अंदाज वाली बड़ी चोरी ने पूरे यूरोप को हिला कर रख दिया है। पेरिस के पास स्थित एक प्रसिद्ध संग्रहालय से करीब 800 करोड़ रुपये मूल्य के कीमती गहने चोरी हो गए हैं। यह घटना इतनी सटीक योजना के साथ अंजाम दी गई कि सुरक्षा एजेंसियां भी हैरान हैं। पुलिस ने इसे हाल के वर्षों की सबसे बड़ी कलात्मक चोरी बताया है।
जानकारी के मुताबिक, यह वारदात फ्रांस के उत्तर-पूर्वी शहर नैंसी (Nancy) स्थित ऐतिहासिक ड्यूक ऑफ लॉरेन म्यूजियम में हुई। चोरों ने दिनदहाड़े संग्रहालय में घुसकर अत्याधुनिक सुरक्षा प्रणालियों को हैक किया और कुछ ही मिनटों में कीमती आभूषण लेकर फरार हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तीन से चार लोगों का एक गिरोह म्यूजियम में पर्यटकों के वेश में दाखिल हुआ था। उन्होंने अलार्म सिस्टम को निष्क्रिय किया और सुरक्षा कैमरों का फीड कुछ मिनटों के लिए ब्लैकआउट कर दिया। इसके बाद उन्होंने गहनों से भरे प्रदर्शन केस को तोड़ा और फरार हो गए।
चोरी गए आभूषण सिर्फ कीमती ही नहीं, बल्कि फ्रांस की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा हैं। इनमें 18वीं शताब्दी की महारानी मारिया थेरेसा और ड्यूक ऑफ लॉरेन के शाही गहने शामिल हैं।
संग्रहालय अधिकारियों के अनुसार, ये गहने सोने, पन्ना, हीरे और नीलम से बने हैं और इनमें से कई को फ्रांसीसी साम्राज्य काल में राजकीय समारोहों के दौरान पहना जाता था। कई आभूषणों को युनेस्को द्वारा विरासत वस्तु के रूप में सूचीबद्ध किया गया था, जिनकी पुनर्निर्मिति संभव नहीं है।
फ्रांसीसी पुलिस ने इस मामले में स्पेशल आर्ट थेफ्ट यूनिट का गठन किया है। जांच में यह पाया गया कि चोरी को बेहद संगठित गिरोह ने अंजाम दिया, जिसने पहले से सुरक्षा प्रणाली और गार्डों की ड्यूटी का अध्ययन किया था।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, फिंगरप्रिंट और डिजिटल रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी है। वहीं, इंटरपोल को भी इस चोरी की जानकारी दे दी गई है, ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आभूषणों की बिक्री को रोका जा सके।
घटना के बाद म्यूजियम को 48 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि यह चोरी किसी “प्रोफेशनल नेटवर्क” द्वारा की गई है, जो पहले भी यूरोप के कई देशों में कला वस्तुओं की चोरी में शामिल रहा है।
फ्रांसीसी संस्कृति मंत्री रीमा अब्दुल मलाक ने इस घटना को “राष्ट्रीय धरोहर पर हमला” बताते हुए कहा कि सरकार चोरी हुए आभूषणों की बरामदगी के लिए हर संभव कदम उठाएगी।
जांचकर्ताओं का कहना है कि यह चोरी किसी हॉलीवुड फिल्म की पटकथा जैसी लगती है। चोरों ने लेज़र अलार्म सिस्टम को निष्क्रिय करने के लिए सिग्नल जामर का इस्तेमाल किया और केवल चार मिनट में वारदात को अंजाम दिया।
प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, चोरी गए आभूषणों का मूल्य 70 मिलियन यूरो (लगभग 800 करोड़ रुपये) से अधिक है। विशेषज्ञों का कहना है कि इन गहनों को खुले बाजार में बेचना लगभग असंभव है, इसलिए संभावना है कि इन्हें काले बाजार या निजी संग्राहकों को बेचा जाएगा।
फ्रांस में कला चोरी के मामले नए नहीं हैं। इससे पहले 2019 में पेरिस के पास ही एक महल से रानी मेरी एंतोआनेत के गहने चोरी हो गए थे। हालांकि कुछ महीनों बाद उन्हें बरामद कर लिया गया था।
फ्रांसीसी मीडिया के मुताबिक, नैंसी म्यूजियम की यह चोरी अब तक की सबसे बड़ी सांस्कृतिक चोरी मानी जा रही है।

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