Monday, December 1, 2025

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ईडी की बड़ी कार्रवाई: मुंबई में आठ ठिकानों पर छापेमारी, कुख्यात ड्रग माफिया सलीम डोला की तलाश तेज

मुंबई। नशे के कारोबार के खिलाफ केंद्र सरकार की एजेंसियों ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मुंबई क्षेत्रीय कार्यालय ने शुक्रवार को शहर में आठ स्थानों पर एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई है।
ईडी अधिकारियों के अनुसार, छापेमारी का उद्देश्य ड्रग तस्कर फैसल जावेद शेख और उसकी पत्नी अल्फिया फैसल शेख से जुड़े मादक पदार्थ तस्करी नेटवर्क का पर्दाफाश करना और नशे के कारोबार से अर्जित अवैध संपत्तियों का पता लगाना है।
सलीम डोला से जुड़ा नेटवर्क
प्रवर्तन निदेशालय की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि फैसल शेख, कुख्यात मादक पदार्थ सरगना सलीम डोला के संपर्क में था। बताया गया है कि फैसल, डोला के माध्यम से एमडी ड्रग (मेथिलेंडियोक्सीमेथामफेटामिन) की खरीद करता था और मुंबई व आसपास के इलाकों में इसकी आपूर्ति कराता था।
सलीम डोला मादक पदार्थों की तस्करी, ड्रग नेटवर्क को वित्तपोषित करने और हवाला के जरिए धन शोधन करने के मामलों में प्रवर्तन एजेंसियों का वांछित आरोपी है। उसके खिलाफ कई राज्यों में केस दर्ज हैं।
एनसीबी ने जारी किया इनाम
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने भी सलीम डोला को पकड़वाने के लिए सूचना देने वालों के लिए इनाम की घोषणा की है। एजेंसियों को संदेह है कि डोला अभी भी मुंबई या आसपास के तटीय क्षेत्रों में छिपा हो सकता है।
ईडी ने जुटाए वित्तीय लेनदेन के सबूत
ईडी की छापेमारी के दौरान कई ठिकानों से बैंक खातों, प्रॉपर्टी दस्तावेज़ों, मोबाइल रिकॉर्ड और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए हैं। जांच एजेंसी का मानना है कि फैसल शेख ने नशे के कारोबार से कमाई गई रकम को हवाला और शेल कंपनियों के जरिये सफेद धन में बदलने की कोशिश की थी।
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि “यह कार्रवाई एक संगठित ड्रग तस्करी सिंडिकेट के खिलाफ है, जो न केवल देश के भीतर बल्कि विदेशों से भी नशे की खेप मंगाने में सक्रिय था। जांच के दायरे में कई और नाम भी आ सकते हैं।”
ड्रग नेटवर्क पर बढ़ा शिकंजा
हाल के महीनों में ईडी और एनसीबी ने महाराष्ट्र, गोवा और गुजरात में ड्रग तस्करी से जुड़े कई रैकेटों का भंडाफोड़ किया है। एजेंसियों का कहना है कि सलीम डोला और उसके नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी, जब तक कि पूरा सिंडिकेट खत्म न हो जाए।
यह छापेमारी संकेत देती है कि केंद्र की एजेंसियां अब नशे के अवैध कारोबार और मनी लॉन्ड्रिंग के गठजोड़ पर निर्णायक प्रहार करने के मूड में हैं।

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