नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक वकील ने चीफ जस्टिस संजय करोल गवई पर जूता उछालने की कोशिश की। सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए वकील को हिरासत में ले लिया। घटना के बाद अदालत की कार्यवाही कुछ समय के लिए रोक दी गई।
जानकारी के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब मुख्य न्यायाधीश के नेतृत्व वाली पीठ एक मामले की सुनवाई कर रही थी। अचानक कोर्टरूम में मौजूद एक वकील ने जूता निकालकर सीजेआई की ओर उछालने की कोशिश की। हालांकि, जूता न्यायाधीशों के डेस्क तक पहुंचने से पहले ही जमीन पर गिर गया। सुरक्षा कर्मियों ने तत्काल वकील को काबू में कर लिया और उसे कोर्ट परिसर से बाहर ले जाया गया।
घटना के बाद चीफ जस्टिस गवई ने शांति बनाए रखने की अपील की और कहा, “ऐसी घटनाओं से न्यायपालिका या उसकी कार्यप्रणाली पर कोई फर्क नहीं पड़ता। न्याय का काम निष्पक्षता से चलता रहेगा।” उन्होंने वकीलों और उपस्थित लोगों से संयम बनाए रखने को कहा।
सुप्रीम कोर्ट प्रशासन ने बताया कि हिरासत में लिए गए वकील से पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी वकील किसी पुराने मामले को लेकर नाराज था। फिलहाल उसे सुरक्षा एजेंसियों के हवाले कर दिया गया है।
अदालत के अंदर इस तरह की घटना को गंभीर सुरक्षा उल्लंघन माना जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था की भी समीक्षा शुरू कर दी गई है। वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने इस कृत्य की कड़ी निंदा की है और कहा कि न्यायालय की गरिमा के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
कई वकील संगठनों ने आरोपी वकील के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, मुख्य न्यायाधीश गवई के संयमित प्रतिक्रिया ने अदालत की गरिमा बनाए रखी। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका का काम लोगों के अधिकारों की रक्षा करना है और ऐसी घटनाएं उनके संकल्प को कमजोर नहीं कर सकतीं।
सुप्रीम कोर्ट परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए विशेष निगरानी तंत्र की समीक्षा की जा रही है।





