चंद्रयान-4 मिशन की यह योजना भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इस मिशन के जरिए, भारत चंद्रमा पर अध्ययन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू सकता है। चंद्रयान-4 के दो चरणों में लॉन्च किए जाने का प्लान, इसके अद्वितीयता को और भी अधिक बढ़ाता है।
इस मिशन में पांच स्पेसक्राफ्ट मॉड्यूल शामिल होंगे, जिनमें लैंडर, रोवर, प्रोपल्शन मॉड्यूल के अलावा दो अतिरिक्त मॉड्यूल भी होंगे। यह स्पेसक्राफ्ट मॉड्यूल चांद की सतह से सैंपल लेकर उन्हें धरती पर ले आएंगे, जो चंद्रमा की गहराई को और भी अधिक समझने में मदद करेगा।
चंद्रयान-4 मिशन के सफलतापूर्वक पूरा होना, भारत को गर्व के साथ अंतरिक्ष क्षेत्र में और भी महत्वपूर्ण स्थान पर ले जाएगा और इसरो की ताकत को भी प्रमाणित करेगा।