चमोली। भीषण आपदा से जूझ रहे चमोली जिले के नंदानगर क्षेत्र में शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ग्राउंड जीरो पर पहुंचे। सीएम ने राहत-बचाव कार्यों की स्थिति का जायजा लिया और प्रभावित परिवारों से सीधे संवाद किया। इस दौरान अपनी पीड़ा सुनाते हुए एक महिला रो पड़ी, तो मुख्यमंत्री ने खुद उसके आंसू पोछे और ढांढस बंधाते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
आपदा प्रभावित गांवों का किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री धामी ने नंदानगर के फाली, कुंतरी और अन्य प्रभावित इलाकों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि राहत और पुनर्वास कार्य में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीएम ने कहा कि प्रभावित परिवारों की मदद सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और हर जरूरत पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
पांच शव बरामद, दो अब भी लापता
शुक्रवार को फाली और कुंतरी क्षेत्र से मलबे में दबे पांच शव बरामद किए गए। अब तक इस आपदा में लापता हुए 10 लोगों में से एक को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि सात लोगों के शव मिल चुके हैं। धुर्मा गांव के दो लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश एसडीआरएफ और प्रशासन की टीमें लगातार कर रही हैं। बरामद शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है।
नम आंखों से हुआ अंतिम संस्कार
आपदा में जान गंवाने वाले लोगों का शुक्रवार को नंदाकिनी और चुफला नदी के संगम पर अंतिम संस्कार किया गया। सुबह से एक के बाद एक जलती चिताएं देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं। गुरुवार को बरामद नरेंद्र सिंह और जगदंबा प्रसाद के शवों का भी अंतिम संस्कार किया गया। जगदंबा प्रसाद का शव शुरू में सुरक्षित रखा गया था, क्योंकि उनके रिश्तेदार मौजूद नहीं थे। बाद में जब उनकी पत्नी भागा देवी का शव भी बरामद हुआ और परिजन पहुंचे तो दोनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। इसके बाद अन्य मृतकों का भी संगम स्थल पर अंतिम संस्कार किया गया।
पूरे क्षेत्र में पसरा शोक
नंदानगर और आसपास के गांवों में गमगीन माहौल है। हर आंख नम है और हर दिल दहला हुआ। सीएम धामी ने पीड़ित परिवारों से संवेदना प्रकट करते हुए भरोसा दिया कि राज्य सरकार हर कदम पर उनके साथ खड़ी है और पुनर्वास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा।
चमोली की इस त्रासदी ने एक बार फिर उत्तराखंड की नाजुक भौगोलिक स्थिति और प्राकृतिक आपदाओं के बढ़ते खतरे की ओर इशारा किया है।





