ब्रिटेन सरकार चरमपंथी गतिविधियों को रोकने के लिए योजना पर काम कर रही है। योजना के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और इंडोनेशिया जैसे देशों के नफरत फैलाने वाले इस्लामी प्रचारकों को ब्रिटेन में प्रवेश करने से रोक दिया जाएगा। इस योजना के अनुसार, ब्रिटेन में प्रवेश करने वाले ऐसे व्यक्तियों का नाम एक विशेष सूची में शामिल होगा, और उन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। ब्रिटेन की सरकार अन्य देशों के सबसे खतरनाक चरमपंथियों की पहचान करने के लिए अधिकारियों को नियुक्त कर रही है, ताकि वे उन्हें इस सूची में शामिल कर सकें। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने देश के मूल्यों और लोकतांत्रिकता को खतरे में देखते हुए इस कदम को चलाया है। उन्होंने इस्लामिक चरमपंथियों और धर्मांतरण के खिलाफ भी अवगत किया है, और उन्हें बांटने वाली ताकतों का मुकाबला करने के लिए समाज को एकजुट होने का आह्वान किया है।