सिडनी।
ऑस्ट्रेलिया में आज प्रवासी विरोधी भावनाओं को लेकर बड़ा प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा है। इस रैली को ‘मार्च फॉर ऑस्ट्रेलिया’ नाम दिया गया है और इसे देशभर के कई शहरों में एक साथ आयोजित किया जा रहा है। आयोजकों का दावा है कि इसका उद्देश्य ऑस्ट्रेलियाई पहचान और परंपराओं की रक्षा करना है, जबकि विरोधी दल और मानवाधिकार संगठन इसे प्रवासियों के खिलाफ भेदभावपूर्ण कदम करार दे रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, इस रैली में उन लोगों की बड़ी संख्या शामिल होने की संभावना है जो मानते हैं कि बढ़ते प्रवासी ऑस्ट्रेलिया के सामाजिक ढांचे, रोजगार और सांस्कृतिक संतुलन पर असर डाल रहे हैं। वहीं, प्रवासी समर्थक संगठनों ने भी इसके खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है और कई जगह ‘डाइवर्सिटी फॉर ऑस्ट्रेलिया’ के नाम से प्रतिवाद प्रदर्शन आयोजित किए जा रहे हैं।
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने ऐहतियातन सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं ताकि किसी भी तरह की हिंसा या झड़प को रोका जा सके। इससे पहले भी प्रवासी विरोधी प्रदर्शनों के दौरान कई बार कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी थी।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह रैली आगामी चुनावों से पहले एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकती है। सरकार पर प्रवासी नीति को लेकर लगातार दबाव बढ़ रहा है, जबकि विपक्ष इस रैली को ‘राजनीतिक एजेंडा’ बताकर जनता को गुमराह करने का आरोप लगा रहा है।