चमोली। थराली क्षेत्र में हाल ही में आई आपदा के कारणों की गहराई से जांच के लिए विशेषज्ञों की टीम भेजी जा रही है। यह टीम आपदा की वजह, प्रभाव और भविष्य की संभावित चुनौतियों का आकलन करेगी। जानकारी के मुताबिक, तीन प्रतिष्ठित संस्थानों से विशेषज्ञों को इस काम में लगाया गया है।
जिला प्रशासन ने बताया कि आपदा के बाद प्रभावित इलाकों का प्राथमिक सर्वेक्षण किया जा चुका है, लेकिन अब तकनीकी और वैज्ञानिक जांच जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए विशेषज्ञों की टीम मौके पर जाकर भूगर्भीय, जलवायु और भौगोलिक परिस्थितियों का अध्ययन करेगी।
इन टीमों में भूगर्भ विज्ञानी, आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ और पर्यावरण वैज्ञानिक शामिल हैं। वे न केवल आपदा के मूल कारणों की तलाश करेंगे, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए ठोस सुझाव भी देंगे।
अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट मिलने के बाद प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्निर्माण और राहत कार्यों को और बेहतर ढंग से संचालित किया जा सकेगा। साथ ही, जोखिम वाले क्षेत्रों की पहचान कर वहां एहतियाती कदम उठाए जाएंगे।
स्थानीय लोगों का मानना है कि इस तरह की विशेषज्ञ जांच से सरकार और प्रशासन को वास्तविकता समझने और सही दिशा में कार्य करने में मदद मिलेगी।